UPI घोटाला, रिमोट एक्सेस मनी स्कैम, क्यूआर कोड स्कैम, और अधिक ऑनलाइन भुगतान घोटाले

Online Payment Scams

दोस्तों आज हम बात करने वाले है सबसे कॉमन Online Payment Scam के बारे में । आपने सुना भी होगा कि कई बार लोगों के मोबाइल से पैसे गायब हो जाते है ज्यादातर ऐसा हमारे एल्डर्स के साथ होता है क्योंकि उन्हें इन चीजों की इतनी नॉलेज नहीं होती । इस न्यूज को पढ़ने के बाद कभी भी आपके साथ पेमेंट से रिलेटेड या पैसों से रिलेटेड कोई भी स्कैम नहीं होगा तो आज हम ऐसे ही 5 Scams के बारे में बात करने जा रहे हैं _

1. UPI Scam

दोस्तों आज के टाइम में हर कोई UPI का यूज़ करता है । आप कही भी जा रहे हो , कोई भी चीज ले रहे हो तो हर जगह UPI चलता है । आप हर जगह QR code से पेमेंट करते हो लेकिन यह बहुत ज्यादा Advanced technology हैं जिसको कई बार लोग अच्छे से समझ नहीं पाते । आप QR कोड से पेमेंट कर सकते हो लेकिन ये इतनी एडवांस चीज़ है कि कई बार लोग इसको समझ नहीं पाते जैसे कि हमारे जो एल्डर्स है उन्हें इस्तेमाल करना नहीं आता, लेकिन उनके फ़ोन में यह एप्लीकेशन ज़रूर होता है ।
अब सवाल यह आता है कि यह स्कैम होता कैसे है ? एग्जांपल के लिए , आप OLX पर कोई sofa सेल करना चाहते है और आपने olx पर अच्छे से listing कर देते है कि यह सोफा मैं 10,000 रूपए में सेल करना चाहता हूं। यही पर जो स्कैमर होते है वो कस्टमर बनकर आपके सामने आयेगा और कहेगा कि मैं यह sofa खरीदने के लिए तैयार हूं तो आप मुझे अपना UPI I’d भेज दीजिए ताकि मैं पेमेंट कर सकूं।अब जो आम आदमी है उसे तो यही लगेगा कि कोई उसका sofa खरीदने के लिए रेडी है तो वह fraudster को अपना UPI I’d दे देता है ।और यही पर स्कैमर 10,000 रूपये की पेमेंट ना करके payment request भेजता है ।UPI में एक फीचर है जिसमें आप किसी को भी payment request भेजकर पैसे मांग सकते हो । fraudster भी इसी चीज़ का फ़ायदा उठाकर लोगों के साथ स्कैम करते है ।अब जो sofa बेच रहा है उसको तो यही लगेगा की उसको पेमेंट मिल रही है और इसी चीज़ का फायदा उठाकर यह Fraudster 10,000 रूपए की पेमेंट रिक्वेस्ट भेजते हैं और उसे इस बात का झांसा देते है कि पेमेंट रिक्वेस्ट अप्रूव करने के बाद पिन डालो उसके बाद आपके अकाउंट में 10,000 रूपए आ जायेंगे। जिन लोगों को टेक्नोलोजी की नॉलेज होती है वह तो बच जाते है लेकिन जो एल्डर्स होते है उनके साथ आए दिन ऐसे स्कैम होते रहते है ।
अगर आप भी इस तरह के स्कैम से बचना चाहते है तो आपको किसी को भी अपना UPI I’d शेयर नहीं करना है UPI पिन डालने से पहले ध्यान से पढ़े कि सामने वाला व्यक्ति पेमेंट मांग रहा है या फिर पेमेंट receive जैसा कुछ दिखे तो तुरंत बैक कर लीजिए ।अगर आपको इन चीजों की ज्यादा नॉलेज नहीं है तो आप किसी जानकार से पूछ लीजिए या फिर इस मामले में किसी एक्स्पर्ट से राय ले लीजिए । आजकल Payment Application में ऐसी बहुत सी Advanced Functionality होती है जिसे नॉर्मल यूजर समझ नहीं पाता और कब उसके अकाउंट से पैसे चले जाते है उसे पता भी नहीं चलता।अगर आप इस स्कैम से बचना चाहते है तो इन सभी बातों का ध्यान जरूर रखें ।

2. Remote Access Money Scams

जो स्कैमर इस काम में एक्सपर्ट होते है वही इस तरह के फ्रॉड करते है इसमें कोई व्यक्ति आपको बैंक मैनेजर बन के कॉल करता है और यह कहता है कि आपका अकाउंट बंद होने वाला है और अगर आप अपना अकाउंट चालू करना चाहते है तो मैं आपको एक लिंक भेजूंगा वहां से आप एक एप्लीकेशन डाउनलोड कर लीजिए और उस एप्लीकेशन से अपने मोबाइल नम्बर को authenticate कर दीजिए उसके बाद आपका अकाउंट चलता रहेगा । बैंक अकाउंट बंद हो जाएगा, आपका डेबिट कार्ड बंद हो जाएगा।इस तरह से यह स्कैमर्स आपके फोन में अपनी बनाई हुई एप्लीकेशन इंस्टॉल करवाते है यह किसी भी तरीके से इसे इंस्टाल करवा सकते है ।भारत में लॉटरी जितवाने की कॉल बहुत ज्यादा आती हैं तो यह आपको लॉटरी का भी लालच दे सकते है ।यह किसी भी तरह से यह एप्लीकेशन आपके मोबाइल में इंस्टॉल करवाते हैं और कई बार तो यह रिमोट ऐप्लिकेशंस डलवाते हैं जैसे _remote access , remote sharing , screen Sharing Application। दरअसल यह एप्लिकेशन आपके फ़ोन की स्क्रीन पर जो भी चल रहा है उसको किसी दूसरे फ़ोन में भेजने के लिए होती है। कहने का मतलब यह है कि अगर आप इन एप्लीकेशंस को अपने फोन में इंस्टॉल करते हो स्कैमर्स के पास आपका कोड चला जाता है जिसके बाद आप अपने फोन में जो भी इस्तेमाल कर रहे हैं चाहे पेमेंट भेज रहे हैं , वीडियो देख रहे हैं या किसी से चैटिंग कर रहे हैं तो वो सारी जानकारी उसके मोबाइल में दिखने लगेगी ।इस ऐप्लिकेशन को इसीलिए बनाया गया था क्योंकि आपके फोन में कोई टेक्निकल प्रॉब्लम आ गई है, जिसे आप ठीक नहीं कर पा रहे है या फिर आप कोई टीम वर्क कर रहे है ताकि आप मिल बांटकर एक साथ काम कर सके। यह सॉफ्टवेयर कम्प्यूटर और मोबाइल दोनों में होते है और यह इसीलिए बनाए गए हैं ताकि आप मिल जुलकर काम कर सके लेकिन यह स्कैमर इन मोबाइल एप्लीकेशंस का इस्तेमाल करके आपके अकाउंट का सारा का सारा पैसा गायब कर देते है ।

RBI भी कहता है कि किसी के कहने पर आपको स्क्रीन शेयरिंग सॉफ्टवेयर इंस्टॉल नहीं करना चाहिए।अगर आपके फ़ोन में Paytm चल रहा है और आप ऐसे सॉफ्टवेर डालोगे तो Paytm आपको warn कर देगा कि आप अपने फोन में ऐसी कोई ऐप्लिकेशन इंस्टाल करना चाह रहे है जो आपके स्क्रीन का सारा access किसी और को भेज देगा? आप इस एप्लिकेशन को क्यों इंस्टॉल करना चाहते है ? क्या आपको कोई फोर्स कर रहा है ? यह एप्लिकेशन आपको किसी ने भेजा है ?तो इस तरह से RBI आपको वॉर्न करता है ऐसी कोई भी एप्लीकेशन आपको अपने फ़ोन में नहीं डालनी चाहिए ।जब भी आप बैंकिंग से रिलेटेड काम कर रहे हैं तो ऐसी एप्लीकेशंस से दूर रहें । किसी भी अंजान व्यक्ति द्वारा भेजे गए फाइल को डाउनलोड ना करें क्योंकि अगर आप ऐसा करते हैं तो आपके कंप्यूटर का और आपके मोबाइल का access किसी और के पास चला जाएगा और आपके अकाउंट से पैसे गायब हो जायेंगे।

3. QR code Scam

दोस्तों अगला सबसे कॉमन स्कैम है QR code Scam
जब आप UPI , PhonePe और Paytm से किसी दुकानदार को पेमेंट करते हो तो वहां पर एक QR code होता है जिसे scan करके आप पेमेंट करते हो ।दोस्तों आप कभी भी QR code को देख कर यह नहीं बता सकते कि उस QR code में क्या लिखा है ? उसमें चोकोर शेप में बहुत सारे डॉट डॉट से होते है। इस QR code को रीड करने के लिए स्कैनिंग मशीनों का इस्तेमाल होता है , आपके फोन के कैमरे का यूज़ होता है ।कोई भी व्यक्ति उस QR कोड को पढ़कर पता नहीं कर सकता कि उसमें इन्फॉर्मेशन क्या है? उस QR कोड के अंदर बहुत सारी इन्फॉर्मेशन फीड की जा सकती है जैसे कि कोई text या कोई लिंक जिसे आप स्कैन करोगे तो कोई एप्लीकेशन खुल जाएगी तो इस तरह से उस QR कोड को स्कैन करके आपके फ़ोन में कोई भी कमान्ड चलाई जा सकती है और यही वजह है कि जब भी आप पेमेंट करते हो तो आपको एक QR कोड स्कैन करने के लिए दिया जाता है जिसमें उस merchant की सारी डिटेल्स होती है ।लेकिन जरूरी नहीं है कि हर बार उस QR कोड में पेमेंट की ही इनफॉर्मेशन हो , कई बार उसमें ऐसा कोई लिंक हो सकता है जो आपको ऐसी वेबसाइट पर लेकर जाए जिसमें आपके फ़ोन में वायरस आ जाए या फिर आपको मोबाइल में एक ऐसी ऐप खुल जाए जिससे आपका डेटा चोरी हो जाए तो ऐसे ही किसी भी QR कोड को स्कैन नहीं करना चाहिए ।हम यह नहीं कहते कि आप QR कोड को स्कैन करके पेमेंट ना करें हम बस इतना कह रहे है कि आप किसी trusted जगह के ही QR code को स्कैन करें और RBI भी हमेशा यह कहता है कि किसी के कहने पर आपको स्क्रीन शेयरिंग सॉफ्टवेयर इंस्टॉल नहीं करना चाहिए।अगर आपके फ़ोन में Paytm चल रहा है और आप ऐसे सॉफ्टवेर डालोगे तो Paytm आपको warn कर देगा कि आप अपने फोन में ऐसी कोई ऐप्लिकेशन इंस्टाल करना चाह रहे है जो आपके स्क्रीन का सारा access किसी और को भेज देगा? आप इस एप्लिकेशन को क्यों इंस्टॉल करना चाहते है ? क्या आपको कोई फोर्स कर रहा है ? यह एप्लिकेशन आपको किसी ने भेजा है ?तो इस तरह से RBI आपको वॉर्न करता है ऐसी कोई भी एप्लीकेशन आपको अपने फ़ोन में नहीं डालनी चाहिए ।जब भी आप बैंकिंग से रिलेटेड काम कर रहे हैं तो ऐसी एप्लीकेशंस से दूर रहें । किसी भी अंजान व्यक्ति द्वारा भेजे गए फाइल को डाउनलोड ना करें क्योंकि अगर आप ऐसा करते हैं तो आपके कंप्यूटर का और आपके मोबाइल का access किसी और के पास चला जाएगा और आपके अकाउंट से पैसे गायब हो जायेंगे।

4. Social Media Manupulation Scam

क्या आप किसी बैंक या कम्पनी के कस्टमर केयर नंबर को गूगल में सर्च करते हो ? क्या आपको आदत है हर जानकारी को गूगल पर सर्च करने की ओर जो सबसे पहला रिजल्ट आता है आप उसे ही सच मान लेते है ?अगर आपको ऐसा लगता है तो यह आपकी बहुत बड़ी गलती है जिससे आपको बहुत बड़ा नुकसान हो सकता है । दरअसल इसमें आपका डाटा चुराया जाता है और आप बहुत बड़ी मुश्किल में पड़ सकते हैं। गूगल सिर्फ एक सर्च इंजिन है यहां पर कोई भी वेबसाइट सर्च रिज़ल्ट में आ सकती है। गूगल कभी भी इस बात की पुष्टि नहीं करता कि गूगल पर जो चीज़ लिखी हुई है या जो वेबसाइट आ रही है वो सारी जानकारी सच है । गूगल का काम सिर्फ जानकारी देना है और उस वेबसाइट को दिखाना है उस वेबसाइट पर जो जानकारी दी गई है वो सही है या गलत है यह गूगल की जिम्मेदारी नहीं होती ये आपकी जिम्मेदारी है। कई बार स्कैमर्स और हैकर्स अपने फेक बैंक की वेबसाइट को ही सर्च रिज़ल्ट में डाल देते हैं और रैंक करा देते हैं जिसे आप कस्टमर केयर का नंबर समझ रहे होते हैं वो किसी Fraudster का नंबर होता है । आप उस वेबसाइट पर आसानी से विश्वास कर लेते है और वो स्कैमर आपके साथ फ्रॉड करके भाग जाता है ।

जब आप किसी फेक वेबसाइट में जाते है तो आप एक ऐसे पेज में चले जाते है जो हैकर ने आप जैसे लोगों के लिए बनाया होता है और आपके कंप्यूटर और मोबाइल में ऐसे वायरस आ जाते है जिससे आप चाह कर भी बच नहीं सकते।आपको इस बात का बहुत ज्यादा ध्यान रखना होगा कोई भी वेबसाइट ओपन करने से पहले उसे गूगल में सर्च ना करके उस लिंक को पहले URl में डाले ऐसा करने से आप सेफ एंड सिक्योर रह सकते हैं।

5. Phishing Attack

इसमें स्कैमर आपका कोई दोस्त या रिश्तेदार बनकर आपका या फिर किसी का भी अकाउंट हैक कर सकता है ।जैसे आपके किसी फ्रैंड की Facebook I’d हैक हो गई । इसमें क्या किया जाता है कि कोई दोस्त बनकर या आपका कोई जानकार या आपके जानकार का कोई अकाउंट हैक हो जाता है? ऐसा होता है कि फेसबुक पर आपके दोस्त की I’d हैक हो गई और वह सभी को अजीब-अजीब से मैसेज भेज रहा है लेकिन आपको तो यही लगेगा कि आपका दोस्त आपको मैसेज कर रहा है और आपको किसी लिंक को क्लिक करने का मैसेज करता है ।आपके दोस्त का अकाउंट हैक हो चुका है यह बात आपको नहीं पता। अब वो हैकर आपको ऐसे लिंक पर क्लिक करने के लिए कहेगा जिससे आपका सारा डाटा उस हैकर के पास चला जाता है ।छोटे-छोटे केस में सोशल मीडिया हैक हो जाता है लेकिन बड़े- बड़े केस में आपकी बैंक की सारी डिटेल्स हैक हो जाती है ।अब हैकर चाहे तो आपका सोशल मीडिया अकाउंट डिलीट भी कर सकता हैं
गूगल भी अपने कैंपेन में ऐसी जानकारी देता है और RBI भी यही कहता है कि इस तरह के वित्तीय जोखिम से बच कर रहे क्योंकि यह हैकर्स आपका सारा अकाउंट खाली कर देते हैं |

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