1. बेंगलुरु के अनिरुद्ध गणेश से 11 लाख रुपये की कार के लिए 22 लाख रुपये सर्विस चार्ज मांगे गए

दोस्तों आप इंडिया के किसी भी स्टेट में रहते हो लेकिन जब मानसून का सीज़न आता है तब हर जगह बारिश होती है ।अभी हाल ही में दिल्ली में भी बहुत तेज बारिश हुई थी जिसकी वजह से वहां पर रहने वाले लोगों को बहुत परेशानी हुई थी। इसी तरह से बेंगलुरु के लोग भी काफी ज्यादा परेशान हुए थे जब वहां पर लगातार बारिश होती रही और इसकी वजह से वहां बाढ़ की सिचुएशन भी आ गई थी । वहां पर कई लोगों के घर पानी में डूब गए थे और गाड़ियां पानी में तैर रही थी ।
यही पर एक अनिरुद्ध गणेश नाम का एक कार मालिक था जिनके पास “वोक्सवैगन ऐप्पल ऑटो व्हाइटफील्ड ” कार थी जिसकी कीमत 11 लाख रुपये है । बाढ़ की वजह से इनकी कार में जंक लगना शुरू हो गया था जिसकी वजह से इन्होंने अपनी कार को सर्विस सेंटर भेज दिया था । जब यह कार ठीक हुई तो इनसे 22 लाख रुपये सर्विस चार्ज मांगे गए जिसे सुनकर यह हैरान हो गए क्योंकि जो गाड़ी इन्होंने 11 लाख की ली थी उसका रिपेयर कॉस्ट 22 लाख रुपये आया था । इसके बाद में इन्होंने कई जगह पर बात करी और सभी ने इनको इंश्योरेंस वालों से बात करने के लिए कहा क्योंकि अब वही इसकी मदद कर सकते थे ।जब यह इंश्योरेंस वालों के पास गया तो इसको पता चला कि यह गाड़ी टोटल लॉस के अंदर जाएगी । जब भी कोई गाड़ी 75% से ज्यादा डैमेज हो तो वह टोटल लॉस के अंदर जाती है और इसी के साथ-साथ उसकी रिपेयर कॉस्ट भी कार की कॉस्ट से ज्यादा हाई हो जाती है। जब कोई कार टोटल डैमेज में चली जाती है तब कार की जितनी भी वैल्यू होती है इंश्योरेंस वाले देते है लेकिन यही पर सर्विस सेंटर वाले कहते कि पहले 44,840 रुपये देकर अपने डाक्यूमेंट्स बनवा लो ।इसके बाद तंग होकर अनिरुद्ध गणेश ने LinkedIn और twitter के जरिए लोगों से अपनी बात शेयर की और जब यह बात वोक्सवैगन को पता चली तो उनकी टीम ने गणेश से कॉन्टैक्ट किया और किसी तरह से दोनों ने 5000 रुपये में सेटलमेंट किया तो इस तरह से गणेश का इश्यू सॉल्व हो गया ।
2. पहली बार PS5 को किसी ने जेलब्रेक किया

दोस्तों PS5 को आए हुए करीबन 2 साल हो गए हैं और अभी तक इसको कोई भी जेलब्रेक नहीं कर पाया है लेकिन हाल ही में मॉडर लांस मैकडोनाल्ड ने इसको जेलब्रेक करके दिखा दिया है । अभी लेटेस्ट फर्मवेयर 4.03 चल रहा है जिसको कोई भी जेलब्रेक नहीं कर पाया है लेकिन उससे पहले वाले फर्मवेयर को ही जेलब्रेक किया जा सकता है । जेलब्रेक का मतलब है अगर ऐसा होता है तो दूसरी गेम्स भी आप फ्री में डाउनलोड करके खेल सकते हो , आपको उन गेम्स को खरीदने की जरूरत भी नहीं पड़ेगी । लेकिन जेलब्रेक करने के बाद आप अपनी वारंटी को भूल जाओ क्योंकि जैसे ही आपने PS5 को जेलब्रेक किया उसकी वारंटी खत्म हो जाती है और इसी के साथ-साथ अगर पकड़े गए तो सोनी आपका अकाउंट बैन कर देगा तो यहां पर रिस्क भी बहुत ज्यादा है । अगर PS5 को जेलब्रेक करते हो तो किसी भी गेम्स को फ्री में खेल सकते हो और अगर पकड़े गए तो आपका अकाउंट बैन हो जाएगा।
3. VLC मीडिया प्लेयर ने इंडियन गवर्नमेंट से मांगा जवाब हमें क्यों बैन किया गया हैं ?

दोस्तों आप सभी को अच्छे से मालूम होगा कि इंडियन गवर्नमेंट ने कुछ टाइम पहले VLC Media Player को बैन किया गया था जिसकी वजह से अब VLC मीडिया प्लेयर ने इंडियन गवर्नमेंट को एक लीगल नोटिस भेजा है । इस नोटिस में उन्होंने जवाब मांगा है कि हमें वो कॉपी दी जाए जिसमें हमें बैन करने का आदेश दिया गया है और इसके बाद हम अपनी इन्वेस्टीगेशन शुरू करेंगे ताकि हमें भी पता चले कि हमें क्यों बैन किया गया है और हम भी अपना डिफेंड कर पाए जिन भी बातों के लिए हमे इंडिया से बैन किया गया है । दरअसल VLC मीडिया प्लेयर एक नॉन-प्रॉफिट ऑर्गेनाइजेशन है और यह फ्री में हमें VLC मीडिया प्लेयर प्रोवाइड करवाते है जिसमें हम अलग-अलग टाइप की फाइल्स को ओपन कर सकते है जोकि नॉर्मल विंडोज के डिफॉल्ट मीडिया प्लेयर के अंदर नहीं चल पाती है तो इस तरह से यह बहुत ही अच्छा मीडिया प्लेयर था जिसको बैन किया गया । फिलहाल के लिए आपमें से बहुत सारे लोग अभी भी इसका इस्तेमाल करते होंगे लेकिन इंडियन गवर्नमेंट का कहना था कि इसके जरिए हैकर आपके डाटा को आसानी से हैक कर सकते है और आपके कंप्यूटर को भी एक्सेस कर सकते है जिसकी वजह से इसको बैन किया गया था। अगर VLC media player में कोई भी इश्यू आता है तो उसे अपडेट देकर भी सॉल्व किया जा सकता है लेकिन इस तरह से बैन करना सही है या गलत ? इसी का जवाब मांग रही है VLC मीडिया प्लेयर। जैसे एप्पल के फोन में भी कई बार इश्यू आ जाता है तब उसको अपडेट देकर सॉल्व किया जाता है लेकिन VLC मीडिया प्लेयर को मौका नहीं मिला बल्कि बैन कर दिया गया ।
4. स्पिनलांच गुलेल ने पहली बार नासा के पेलोड को स्पेस में पहुंचा दिया

दोस्तों स्पिनलांच ( SpinLaunch ) दुनिया की सबसे बड़ी गुलेल है जिसने नासा के पेलोड को पहली बार स्पेस में पहुंचा दिया है। इसका काम होता है जैसे हम गुलेल का यूज़ करते है वैसे ही इसका यूज करके इसको नासा तक पहुंचा सकते है लेकिन एक हाइट पर पहुंचने के बाद में वहां से फिर फ्यूल का यूज़ होता है। यह गुलेल एक रॉकेट की तरह ही होता है जैसे इसे एक रॉकेट की तरह छोड़ दिया जाता है और ऊपर जाने के बाद में यह अपना फ्यूल यूज़ करता है उससे पहले गुलेल का फोर्स इसे वहां तक पहुंचा देता है और ऊपर जाने के बाद फ्यूल का बहुत कम इस्तेमाल होता है । पहली बार इन्होंने नासा का यह पेलोड स्पेस तक पंहुचा दिया है ।
5. यूरोप में कानून पास हुआ :अब सभी डिवाइस के लिए USB Port C type चार्जर का यूज़ होगा

दोस्तों फाइनली यूरोप के अंदर यह कानून बन चुका है कि सभी इलेक्ट्रिक डिवाइस के लिए USB Port C type का ही चार्जर यूज़ किया जाएगा यह नहीं कि हर डिवाइस के लिए अलग- अलग चार्जर यूज़ होगा । दरअसल E-waste को कम करने लिए यह कानून बनाया गया है और अब से सभी डिवाइसेस के लिए सिंगल चार्जर होगा ऐसा नहीं कि एक लाइटनिंग पोर्ट यूज़ कर रहा है या फिर कोई दूसरा पोर्ट यूज़ कर रहा है । 2024 के बाद वहां पर ऐसी कोई कम्पनी नहीं बचेगी बल्कि सभी कंपनिया USB Port C type का ही यूज करेंगे ।