Mast rehna seekho | मस्त रहना सीखो 2022

मस्त रहना सीखो (Mast rehna seekho) आज का हमारा विषय है मस्त रहना सीखो। सुनने में काफी अजीब लगता है आज के समय में हम खुद को खुश कैसे रख सकते हैं। हमारे चारों तरफ सिर्फ मुसीबतें हैं और हम चाह कर भी इन मुसीबतों से बाहर नहीं निकल सकते। एक मुसीबत खत्म होती है कि एक नई मुसीबत बेसब्री से हमारा इंतजार कर रही होती है ,जिसकी हमें कानों कान भनक तक नहीं लगती।

Mast rehna seekho
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अगर हमें खुद को खुश रखना है और मस्त रखना है तो सबसे पहले हमारे चारों तरफ जो बाहरी समस्या है उसे भूल जाएं। हमारे अंदर क्या चल रहा है? हम क्या सोच रहे हैं ? किसके बारे में सोच रहे हैं ?इन बातों पर ध्यान दें क्योंकि बाहरी समस्या से हम तभी छुटकारा पा सकते हैं जब हम अपने अंदर की समस्या और उलझने जो कुछ पलों में एक भयंकर बवंडर का रूप लेने वाली है, इसको समय से पहले शांत कर ले। जब हम मानसिक रूप से शांत होंगे और मानसिक समस्या का उपाय करेंगे तभी हम बाहरी समस्या से भी लड़ सकते हैं ।हमारे अंदर भी काफी सारी उलझनें होती है या फिर हम यह कह सकते हैं कि उलझनों ने हमें जकड़ रखा है। जैसे कोई कीड़ा मकड़ी के जाले में फंस जाए और जब वह बाहर निकलने की कोशिश करता है तो उतना ही ज्यादा उस जाले में फंस जाता है और अंत में अपने प्राणों से भी हाथ धो बैठता हैं। वैसे ही इंसान अपने अंदर की समस्याओं मे इतना ज्यादा उलझा हुआ है कि उसे खुशी का मतलब भी नही पता मानो वह भूल गया है कि उसने खुश भी रहना है।
भगवान ने हमें जीवन दिया है ताकि हम इसे अच्छे से जिए । अगर हमने कुछ सोचना है तो अच्छा सोचे और खुद को अंदर से खुश रखे ।आप अपने अंदर यह सोच सकते हैं कि बाहर यह दुनिया में जो चल रहा है यह सब एक नाटक है और हमने सिर्फ इस नाटक का आनंद लेना है। आपको खुद पता नहीं चलेगा आपके जीवन में कभी कोई समस्या थी ही नहीं बल्कि आप खुद एक समस्या पैदा करके खुद उसी समस्या में उलझे हुए थे और चाह कर भी उस समस्या से बाहर निकल नहीं पा रहे थे।
कुछ उपाय है जिससे आप खुद को मस्त रख सकते हैं

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1. खुद को समझें

सबसे पहले खुद को समझे और यह जानने की कोशिश करें कि आप कितने मूल्यवान हैं।अपने दिल की आवाज सुने और खुद से बात करें ।खुद से बात करोगे तो लोग आपको पागल समझेंगे। पर हमें दुनिया से क्या लेना क्योंकि जब हम खुद को जान लेते हैं तो हमें फर्क नहीं पड़ता कि दुनिया हमारे बारे में क्या सोचती है और क्या बोलती है। हम तो बस खुद में मस्त रहते हैं मानो हमें अंदरूनी शांति मिल गई हो। जब हमें आंतरिक शांति मिलती है तो हमें बाहरी दुनिया से फर्क नहीं पड़ता । बाहरी समस्याएं हमें सिर्फ नाटक लगने लगती है, जिसका हमने बस आनंद लेना है।

2. खुद से प्यार करें

दोस्तों अगर जीवन मे खुश रहना है तो सबसे पहले खुद से प्यार करें। औरों से तो हर कोई प्यार करता है कभी मौका मिले तो खुद से भी प्यार करके देखो , जीवन कब आसान हो जाए आपको भी पता नहीं चलेगा ।समय समय पर खुद की तारीफ करें क्योंकि दुनिया वाले तो सिर्फ कमियां निकालते हैं। कहते हैं कि अगर आपके अंदर की कमिया जाननी है तो दोस्त से ज्यादा दुश्मन पर भरोसा किया जा सकता है। दोस्त कभी भी आपके सामने आपकी कमियां नहीं बताएगा क्योंकि उसके दिल में डर होता है आपको खोने का । पर दुश्मन कभी पीठ पीछे आपकी बुराई नहीं करेगा , उसे जो भी बोलना है वहसाफ साफ आपके मुंह में बोल देगा ।इसलिए आप खुद कोशिश करें कि आप अपनी तारीफ के लिए दुनिया वालों पर निर्भर ना रहे। बल्कि खुद की तारीफ खुद करे । खुद की तारीफ़ करने से हमारा दिल और दिमाग खुश रहता है और हमें कोई भी समस्या बड़ी नहीं लगती क्योंकि हम आंतरिक रूप से बहुत प्रसन्न होते हैं।

3. योग और मेडिटेशन करें

योग और ध्यान करने से हमारे अंदर एक सकारात्मक ऊर्जा ( positive energy) आती है। जब हम आंतरिक रूप से सकारात्मक रहते हैं तो हमारा मन और तन दोनों सकारात्मक रहता है और हमें कोई भी काम आसान लगने लगता है ।हम हर काम के लिए सक्रिय (active)रहते हैं । हमारे अंदर एक नई ऊर्जा के साथ-साथ आत्मविश्वास भी आता हैं जो हमें कोई भी काम करने के लिए प्रेरित करता है।

4. अपने कंफर्ट जगह से बाहर निकले

देखो दोस्तों जब तक आप अपने कंफर्ट जोन में है तब तक आप स्वयं को खुश नहीं कर सकते ।क्योंकि यह जो कंफर्ट जोन है यह हमें अपनी चादर में जकड़ कर रखता है और हम चाह कर भी इस जकड़ से बाहर नहीं निकल सकते। कोशिश करो कि आप हर हफ्ते अपनी जिंदगी में कुछ नया करें और साथ ही साथ अपने कंफर्ट जोन से धीरे-धीरे बाहर निकलने की कोशिश।

5. अपने कौशल को जाने और इस पर काम करें

सबसे पहले यह जानने की कोशिश करें कि आपके अंदर ऐसी कौन सी प्रतिभा है जो आपको औरों से अलग बनाती है ।सबसे पहले आपको अपने अंदर की प्रतिभा को जानना है और उस पर काम करना है।

6. खुद को दूसरों के साथ तुलना ना करें

कभी भी खुद की तुलना दूसरे लोगों से ना करें ।क्योंकि जब हम खुद की तुलना औरों से करते हैं तो हमारा आत्मविश्वास डगमगा जाता है और जो हम करना चाहते हैं वह भी हम भूल जाते हैं या फिर चाह कर भी उस काम को नही कर पाते ।इसलिए बेहतर यह हैं कि आप अपने अंदर की प्रतिभा को जाने और उस पर अपना ध्यान केंद्रित करें।

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Conclution (निष्कर्ष)

इस तरह से हमने जाना कि हम खुद को मस्त कैसे रख सकते हैं ।दोस्तों अगर हमें जीवन में कुछ बड़ा करना है तो सबसे पहले अपने कान बंद करने होंगे क्योंकि हम क्या है और हम क्या कर सकते हैं वह सिर्फ हम जानते हैं। दुनिया सिर्फ हमें बाहर बाहर से जानती हैं । हमारे अंदर क्या प्रतिभा है और हम कैसे दुनिया को बदल सकते हैं वो सिर्फ हम जानते हैं।

इसीलिए अगर हमने जीवन में खुश रहना है तो सबसे पहले खुद को समझे ,खुद से प्यार करे, रोज सुबह उठकर योग और व्यायाम करें ,अपने कंफर्ट क्षेत्र से बाहर निकले, अपने अंदर की प्रतिभा को जाने ,खुद को कभी भी दूसरों से तुलना ना करें, अपने फोन से दूरी बनाकर रखें ,खुद से बातें करें इत्यादि जीवन में कुछ खुद को महत्व(importance) देना सीखो और अपनी खुशियों के लिए लड़ो।

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