दोस्तों हमारे यहाँ कंप्यूटर का मतलब सिर्फ विंडोज ही होता है । विंडोज बहुत ज्यादा पॉपुलर होते है और आज हम बात करने जा रहे है विंडोज़ के कुछ इंटरेस्टिंग फैक्ट्स के बारे में
1. Windows 10 and Windows 11

क्या आपको मालूम है कि Windows 10 और Windows 11 इन दोनों के बीच लॉन्च होने में कितना डिफरेंस था । यह डिफरेंस इतना था कि यह विंडोज़ के फर्स्ट जनरेशन और सेकेंड विंडोज़ के लॉन्च में सबसे लंबा ड्यूरेशन है । यह Windows XP और Windows Vista से भी ज्यादा था । विंडोज़ 10 को 2015 में लॉन्च किया गया था और विंडोज़ 11 को 2021 में लॉन्च किया गया था ।पता नहीं इसको इतना वक्त क्यों लगा लेकिन यह विंडोज़ इतनी ज्यादा अच्छी भी नहीं है ।
2. First Window

क्या आपने विंडोज़ के अलग-अलग वर्जन के बारे में सुना है ? जब विंडोज़ 1 बनी वो 1 MB से भी कम की थी यानी 1 GB नहीं बल्कि 1 MB से भी कम की थी और उसमें 16 बिट के कलर इंटरफेस थे। सोचकर देखिए जो हमारी पहली विंडोज़ आई थी उसमें सिर्फ 1 MB था । शुरुआत छोटे से होती है लेकिन यह बहुत इंट्रेस्टिंग फैक्ट है।
3. Windows 98

क्या आपको पता है विंडोज 98 ऐसा लास्ट Operating System था जो Ms-Dos पर बना हुआ था ।अब बहुत से लोगों को तो यह भी नहीं पता होगा कि विंडोज़ 98 दिखती कैसी थी? इसके बारे में वही बता सकते है जो कम्प्यूटर की दुनिया में बहुत पुराना है । विंडोज़ 98 लास्ट ऑपरेटिंग सिस्टम था, जो Ms-Dos पर बना हुआ था लेकिन उसके बाद से वो चेंज हो गया।

4. Microsoft Mouse
क्या आपको पता है माइक्रोसॉफ़्ट माउस 1983 में बनाया गया था और यह पहला हार्डवेयर था जो माइक्रोसॉफ़्ट द्वारा बनाई गई थी । इस वीडियो को देखने वाले ज्यादातर लोग उस टाइम पैदा भी नहीं हुए थे ।
5. माइक्रोसॉफ्ट की मार्केटिंग स्ट्रैटिजी क्या है ?
क्या आपको पता है कि माइक्रोसॉफ्ट को पता है कि कितने लोग Pirated Windows इस्तेमाल कर रहे हैं लेकिन फिर भी किसी को नहीं रोकता । बहुत से केसेस में माइक्रोसॉफ्ट यह समझता है कि शायद इसे कोई स्कूल का बच्चा यूज़ कर रहा है या कोई गरीब बच्चा पढ़ रहा होगा लेकिन यह कहानी अब चेंज हो गई है । पहले क्या होता था कि पता होने के बाद में उन्हें रोका नहीं जाता था सोचते थे कि कोई गरीब बच्चा इस्तेमाल कर रहा होगा । बहुत से ऐसे देश है जहां गरीबी इतनी ज्यादा है कि बच्चे कम्प्यूटर के बारे में सोच भी नहीं सकते और ऐसे देशों में टीचर्स कंप्यूटर सिखाने के लिए ब्लैकबोर्ड पर Microsoft Excel, Microsoft Word को ड्रॉ करते है क्योंकि वहां कंप्यूटर नहीं है ।इस चीज़ को देखते हुए माइक्रोसॉफ्ट ने ऐसे एरिया में बहुत सारे कंप्यूटर डोनेट भी किए थे ।अब Pirated Windows को लेकर कुछ रिस्ट्रिक्शनहै, जैसे आप वॉलपेपर नहीं बदल सकते, फैंसी चीजें नहीं कर सकते। लेकिन इसके लिए आपको फोर्स नहीं किया जाएगा तो आप सोच रहे हो यह पैसा कैसे कमाते होंगे ?प्रॉबलम यह है कि उनको पता है कि कई लोग Pirated Windows का यूज़ कर रहे है या क्रैक कर रहे है या ऐसे ही चला रहे है तोमाइक्रोसॉफ्ट रोकता क्यों नहीं ? ऐसा इसीलिए क्योंकि माइक्रोसॉफ्ट चाहता है कि विंडोज का एनवायरनमेंट बनता रहे और ज्यादा से ज्यादा लोग विंडोज़ का इस्तेमाल करें ताकि विंडोज़ के सॉफ्टवेर ज्यादा बिके ।
अगर कोई यूज़र किसी प्लैटफॉर्म को ज्यादा इस्तेमाल करेगा तो उसकी मार्केट बढ़ेगी और अब सारे लोग विंडोज़ का इस्तेमाल कर रहे है , माइक्रोसॉफ्ट को फर्क नहीं पड़ता कि वो Pirated Windows हैं या फिर ओरिजिनल विंडोज़ का इस्तेमाल कर रहे है तो हम यह कह सकते है कि यह पूरी दुनिया विंडोज यूज कर रही है।अगर किसी को सॉफ्टवेयर बनाना हैं तो उसके लिए लाइसेंस चाहिए या फिर कोई सर्विस सेल करना चाहते हैं तो उसके लिए माइक्रोसॉफ्ट की विंडोज़ चाहिए। यहां पर माइक्रोसॉफ्ट इन लोगों से करोड़ों रुपए लेता है क्योंकि उन्हें पता है सारी दुनिया विंडोज यूज करती है तो इस तरह से यह पैसे कमाते है और यह एक बहुत बड़ी मार्केटिंग स्ट्रैटिजी है।