Hindi Chudail ki kahani | चुड़ैल की कहानी 2022

चुड़ैल की कहानी (Hindi Chudail ki kahani) एक बार की बात है किशनपुर गांव में एक छोटा सा परिवार रहता था । उस परिवार में बस 3 लोग रहते थे सपना , टिंकू और उसकी छोटी बेटी गुड्डी । कुछ दिनों बाद गुड्डी का जन्मदिन आने वाला था वह 6 साल की होने वाली थी। गुड्डी को बाहर घूमने का बहुत शौक था एक दिन सपना सोचती है कि वह गुड्डी के जन्मदिन पर उसे क्या गिफ्ट दे जब सपना और गुड्डी एक दिन साथ बैठकर टीवी देख रहे होते हैं तभी गुड्डी अपनी मां से बोलती है मां मेरा जन्मदिन आने वाला है तो आप मुझे क्या गिफ्ट दोगे ?

Hindi Chudail ki kahani
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Hindi Chudail ki kahani भयानक चुड़ैल

सपना कहती है तुम ही बताओ तुम्हें क्या गिफ्ट चाहिए अगर तुम्हें कोई अपनी पसंद की चीज चाहिए तो मुझे बता दो। गुड्डी कहती है नहीं मैने अभी तक तो अपने बर्थडे गिफ्ट के बारे में सोचा ही नहीं है जब मैं सोच लूंगी तब मैं आपको खुद ही बता दूंगी। गुड्डी की मां कहती है जब तुम अपने गिफ्ट के बारे में सोच लोगी तो फिर मुझे बता देना। तभी गुड्डी कहने लगती है मां मुझे बहुत जोर की भूख लग रही है मुझे जल्दी से खाना दे दो उसके बाद सपना गुड्डी के लिए खाना बनाने चली जाती है और गुड्डी के मनपसंद आलू के पराठे बनाती है ।

गुड्डी कहने लगती है मां और कितना वक्त लगेगा मुझे बहुत जोर की भूख लग रही है जल्दी से खाना दे दो। सपना जल्दी से आलू के पराठे लेकर आती है कहती है यह लो तुम्हारे मनपसंद आलू के पराठे हाजिर है गुड्डी कहती है क्या मां आपने मेरे लिए आलू के पराठे बनाए हैं। इसी तरह दिन बीत जाते हैं और दो दिन बाद गुड्डी का जन्मदिन आने में बस 1 दिन बाकी होता है तभी सपना सोच लेती है वह गुड्डी को क्या गिफ्ट देगी और गुड्डी के पास चली जाती है सपना गुड्डी से कहती है मैंने सोच लिया मैं तुम्हें क्या गिफ्ट दूंगी। गुड्डी कहने लगती है मुझे बताओ ना आप मेरे जन्मदिन पर क्या गिफ्ट दे रहे हो ? सपना कहती है तुम्हें घूमने का ज्यादा शौक है तो कल हम सब 2 दिन के लिए जोधपुर जा रहे हैं ।

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गुड्डी यह सुनकर बहुत खुश हो जाती है वह कहती है अरे मां यह तो सबसे अच्छा गिफ्ट है। सपना सारी तैयारी कर लेती है अगले दिन गुड्डी का जन्मदिन आता है फिर सपना और टिंकू गुड्डी के पास जाकर उसे जन्मदिन की बधाई देते हैं ।सपना कहती है चलो अब जल्दी से तैयार हो जाओ हमें जल्दी निकलना है उनका पूरा परिवार जोधपुर के लिए निकल पड़ता है। उन्हें जोधपुर पहुंचते पहुंचते शाम हो जाती हैं तभी जोर-जोर से बादल गरजने लगते हैं और तभी सपना कहने लगती है मुझे अजीब सा महसूस हो रहा है यह बादल इतने जोर से क्यों गरज रहे हैं ? अभी तक तो मौसम सही था टिंकू कहता है लगता है बारिश होने वाली है चलो जल्दी से अंदर चलो सब लोग होटल के अंदर जाते हैं ।

टिंकू मैनेजर से कहता है कि हमें एक रूम चाहिए मैनेजर कहता है सर फिलहाल तो कोई रूम खाली नहीं है लेकिन एक रूम है तभी मैनेजर मन ही मन मे कहने लगता है यह तो वही रूम है जिसमें कई दिनों पहले कुछ भूतिया घटना हुई थी खैर मुझे क्या हमें तो पैसों से मतलब है फिर मैनेजर उन सबको उस कमरे में ले जाता है । फिर थोड़ी देर बाद 12:00 बज जाते हैं गुड्डी कहने लगती है मां मेरा बर्थडे तो आपने मनाया ही नहीं सपना कहती है हम आज नही बल्कि कल मनाएंगे ,मेरे सिर में थोड़ा दर्द हो रहा है चलो अब सब सो जाते हैं। उसके बाद गुड्डी सो जाती है। कमरे में थोड़ी गर्मी होती है इसीलिए सपना पंखा चला देती है पंखे के चलते ही उसमें से कुछ अजीब अजीब आवाजें आने लगती है तभी सपना कहती है अरे इस पंखे में से ऐसी आवाज क्यों आ रही है टिंकू कहता है पता नहीं कितने साल पुराना पंखा होगा इसीलिए आवाज कर रहा होगा चलो अब सो जाते है सपना अपने बिस्तर पर लेट जाती है।

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जैसे ही सपना अपनी आंखें बंद करती है उसे ऐसा लगता है कि जैसे उसे कोई देख रहा है वह कहती है शायद यह मेरा भ्रम होगा , सपना दोबारा अपनी आंखें बंद करती है तभी पंखा अपने आप ही बंद हो जाता है ।सपना कहती है_ यह पंखा अपने आप कैसे बंद हो गया मैंने तो चलाया था सपना ऊपर देखती तो पंखे पर एक चुड़ैल बैठी हुई जोर-जोर से हंस रही होती है । सपना यह देखकर डर जाती है और टिंकू कहता है यह चुड़ैल कहां से आ गई ? चुड़ैल कहती है तुम लोग कहां से आए हो ?मैं तो यहां ही रहती हूं यह मेरा कमरा है तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई यहां आने की ?

यहां जो भी आता है कभी जिंदा वापस नहीं जाता ? सब जल्दी से भागकर दरवाजे की ओर जाते हैं पर दरवाजा खुलता ही नहीं टिंकू दरवाजे को तोड़ने की कोशिश करता है वह तोड़ नहीं पता तभी गुड्डी कहने लगती है मुझे बहुत डर लग रहा है पापा टिंकू गुड्डी को कहता है बेटा डरो मत हम हैं ना तुम्हारे साथ फिर वह चुड़ैल कहती है कोई कुछ नहीं कर पाएगा तू इतना डर रही है मैं एक काम करूंगी तुझे सबसे आखिर में मारूंगी गुड्डी रोने लग जाती है वह कहने लगती है मुझे नहीं मरना मुझे बचा लो पापा
सपना ,टिंकू और गुड्डी जल्दी से बालकनी में जाते हैं तो वहां का दरवाजा भी बंद हो जाता है और खिड़की भी बंद हो जाती है। सपना जोर-जोर से आवाज देती है बाहर कोई है बचाओ हमारे कमरे में चुड़ैल है कोई सपना की आवाज नहीं सुनता है । तभी टिंकू कहता है सपना जल्दी से मैनेजर को फोन लगाओ सपना जैसे ही फोन के पास जाती है चुड़ैल फोन को हवा में उड़ा देती है फिर उस फोन की तार को सपना के गले पर लटका देती है सपना कहती है कोई मुझे बचाओ मेरा दम घुट रहा है ।

तभी चुड़ैल कहती है मैं तुझे और तड़पाऊंगी फिर तुझे मारुंगी चुड़ैल सपना को खूब तड़पाती है और उसे दूर हवा में फेंक देती है जिससे कि सपना का सिर दीवार में जाकर लग जाता है । तभी टिंकू कहने लगता है तुम ठीक तो हो ना सपना, टिंकू भयानक चुड़ैल चुड़ैल से कहता है छोड़ दो हमें मत मारो हमने आखिर तुम्हारा क्या बिगाड़ा है? हमारी गलती क्या है?

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चुड़ैल कहती है तुम्हारी गलती यह है कि तुम यहां आ गए वो भी जन्मदिन मनाने मेरी तरह जैसे मैं आई थी। यहां कुछ सालों पहले मैं अपने पति के साथ आई थी और मैं कितनी खुश थी पर तभी टिंकू कहता है क्या हुआ था तुम्हारे साथ ?चुड़ैल कहती है वह मेरा आखरी जन्मदिन था मेरे पति ने पहले मेरा केक काटा और मुझे बड़े प्यार से केक खिलाया पर उस केक में पहले से कुछ मिला कर रखा था जिससे मुझे होश नहीं था।

फिर उसने मुझे पंखे से लटका कर मार डाला फिर सपना पूछती है उसने क्यों मारा तुझे ? चुड़ैल बोलती है उसने मुझे इसलिए मारा क्योंकि उसे किसी और के साथ शादी करनी थी मुझसे नहीं। जिस दिन से उसने मुझे मारा है मैं उस दिन से इस पंखे में चुड़ैल बनकर लटक रही हूं और जब भी कोई इस कमरे में आता है तो मैं उसको ऐसे ही मौत देती हूं जैसे उसने मुझे दी थी

तब वह भयानक चुड़ैल टिंकू को पंखे में लटका देती है जब टिंकू पंखे में लटक जाता है तो वह सपना को इशारों में कुछ कहता है सपना समझ जाती है और उस चुड़ैल का ध्यान इधर-उधर करने लगती है। भयानक चुड़ैल का ध्यान इधर उधर होता ही टिंकू पंखे को निकाल देता है जिसे देख वह चुड़ैल गुस्से से आग बबूला हो जाती है और उसकी तरफ आगे बढ़ने लगती है जिसे देख सपना जल्दी से उस पंखे में आग लगा देती है। देखते ही देखते वह भयानक चुड़ैल कमजोर पड़कर जमीन में गिर जाती है और उस चुड़ैल की रूह खिड़की से बाहर निकलकर ऊपर आसमान की तरफ चली जाती है और उसके बाद वह कभी वापस नहीं आती है।

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