Darawni kahaniya | डरावनी कहानी 2022

दोस्तों आज हम आपको सुनाने जा रहे हैं एक ऐसी Darawni kahaniya डरावनी कहानी जो आपका दिल दहला देगी । यह कहानी है एक डरावनी हवेली की। यह कहानी है एक डरावनी हवेली की जिसके बारे में गांव वाले सोचना तो दूर की बात है बल्कि शाम के 5 बजे के बाद उस हवेली के आसपास भटकने से भी डरते थे। गाँव वालों का कहना था कि इस हवेली में पहले एक छोटा सा परिवार रहता था जिसमें पति पत्नी और उनके दो बच्चे रहते थे। लेकिन एक दिन वहां पर कोई भयानक घटना घटी जिसके बाद से वह हवेली डरावनी हो गई और कहा जाता है कि आज भी उस परिवार की आत्मा उस हवेली में भटक रही है मानो किसी के आने का इंतजार कर रही हो।

Darawni kahaniya
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Darawni kahaniya (डरावनी कहानी)


गांव वालों का कहना है कि यह हवेली रात के समय बहुत डरावनी हो जाती है जैसे यह किसी जिंदा इंसान को अभी ही निगल जाएगी। और इस हवेली के अंदर जाने वाला कोई भी इंसान अभी तक जिंदा वापस लौट कर नहीं आया है। यह सारी बातें सिर्फ गांववाले जानते थे शहर वालों को तो इस बात की भनक तक नहीं थी। इस हवेली के मालिक ने गाँव में इस हवेली को बेचना चाहा पर यह बिका नहीं। फिर बड़ी मुश्किल से उसे शहर से एक परिवार मिला जो इसे खरीदने में दिलचस्पी दिखा रहे थे। हवेली के मालिक ने इस हवेली को बेचकर अपना पीछा छुड़वा लिया लेकिन मुसीबत अब इस परिवार के ऊपर आने वाली थी जिस बात से यह परिवार अनजान थे। इस परिवार में सिर्फ दो लोग थे राहुल और अनीता यह दोनों पति-पत्नी थे।

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इन दोनों को क्या पता था जिस हवेली में यह दोनों रहने के लिए आए है यह इनकी दुनिया ही बदल देगी। इनके पास दिन में इतना समय नहीं होता कि यह हवेली में शिफ्ट हो सके इसीलिए यह दोनों रात के 2 बजे इस हवेली में आते है लेकिन उस समय यह हवेली बहुत ही डरावनी लगती है मानो यह बरसो से भूखी हो । आस-पास का इलाका भी जंगल से घिरा होता है जहाँ से सिर्फ जानवरों की डरावनी आवाज़ें आती थी। जैसे ही उन्होंने हवेली के बाहर का दरवाजा खोला तेज-तेज हवाएँ चलने लगी, चमकादड़ उड़ने लगे, उल्लू उन दोनों की तरफ देखने लगे, और यहाँ तक कि उसी समय जंगली जानवरों के करहाने की आवाजें भी आने लगी। उस समय ऐसा लग रहा था कि यह सब इस बात की तरफ इशारा कर रहे हैं कि यहां से चले जाओ तुम्हारी जान को खतरा है।

यह सारी आवाजें सुनकर अनीता बहुत डर जाती है और राहुल से कहती है कहीं हमने गलती तो नहीं कर दी इस हवेली को खरीदकर । राहुल कहता है क्यो तुम ऐसी बातें कर रही हो? तुम्हें इसीलिए डर लग रहा है क्योंकि यहाँ पर अजीबो-गरीब आवाज आ रही है पर यह तो सोचो रात के 2 बज गए है और यह हवेली भी जंगल के आस-पास है तो इस तरह की आवाजे तो आयेगा ही। यह कहकर राहुल ने अनीता की बातें को अनुसना कर दिया ।जब वह दोनों हवेली के अंदर पहुंचे और दरवाजे को खोलने के लिए हाथ आगे बढ़ाया तो दरवाजा अपने आप खुल गया और वहाँ पर एक नौकर पहले से ही मौजूद था । राहुल ने बड़ी हैरानी से पूछा कि तुम कौन हो? तुम्हारे बारे में तो मुझे इस हवेली के मालिक ने भी कुछ नही बताया और न ही मैंने तुम्हे पहले देखा फिर तुम यहाँ पर क्या कर रहे हो ?

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नौकर ने मुस्कुराते हुए कहा साहब मेरा नाम गोपाल है और मैं दस सालों से इस हवेली की सेवा करता आ रहा हूं पता नहीं इस हवेली के मालिक ने आपको मेरे बारे में क्यों नहीं बताया शायद वह जल्दबाजी में आपको बताना भूल गए हो। फिर गोपाल कहता है कि शायद आप लोग बहुत ज्यादा थक गए हैं मैं आपके लिए कुछ खाने के लिए बना कर लाता हूं। राहुल और अनीता इतने ज्यादा थक जाते हैं कि वह उस नौकर से ज्यादा सवाल जवाब नहीं करते बल्कि खाना खाकर सो जाते हैं। अगली सुबह जब उन दोनों की आखें खुलती है तो सबसे पहले वह अपना सामान सैट करते हैं क्योंकि अगले दिन से उन दोनों को ऑफिस भी जाना होता है।

जब हवेली से बाहर निकलने की बात नौकर के कानों में पड़ती है तो गुस्से से उसकी आंखें लाल हो जाती है। वह दोनों के लिए नाश्ता बना कर लाता है और कहता हैं साहब अभी तो आप दोनों यहां पर आए हैं अभी कुछ दिन आराम कर लीजिए उसके बाद आप ऑफिस चले जाना।पहले तो राहुल बहुत सोचता है फिर बाद में हामी भर देता है । एक-दो दिनों तक तो सब कुछ सही चल रहा होता है लेकिन धीरे-धीरे उनको इस हवेली से डरावनी आवाज़ें सुनाई देने लगती है और कई बार तो हवेली के अंदर साया दिखाई देता है। राहुल और अनीता को कई बार यह भी महसूस हुआ कि इस हवेली में और कोई भी है जो उन पर 24 घंटे नजर लगाकर बैठा है।

धीरे-धीरे दोनों को हवेली की सच्चाई पता लगने लगती है और जब वह हवेली से बाहर जाने की कोशिश करते है तो दरवाजा अपने आप बंद हो जाता है और उसी समय नौकर भी वहां पर आ जाता है। देखते ही देखते वह नौकर भयानक रूप में बदल जाता है मानो वो कोई इंसान नहीं बल्कि एक भूत है।

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धीरे धीरे वह साया भी वहा पर प्रकट होते है और अपने असली रूप में आ जातें है ये और कोई नही बल्कि वही परिवार होता है जिसकी रहस्यमय तरीके से मौत होती है। वह राहुल और अनीता से कहते है तुमने बहुत बड़ी गलती कर दी इस हवेली में आकर अब तुम दोनो जिंदा नहीं बचोगे। इस तरह से वो साया अनीता और राहुल को मार डालते है और अगली सुबह उनकी लाशे हवेली की बाहर मिलती है जिसे देखकर आस पास के लोग बहुत ज्यादा डर जाते है। और आज भी वह हवेली बहुत ज्यादा डरावनी है और उस हवेली के आस पास भी कोई नहीं भटकता।

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