(Chudail ki kahaniyan )चुड़ैल की कहानियां दोस्तों आज मैं आपको एक चुड़ैल की कहानी सुनाने जा रहे है। जिसमें चुड़ैल और कोई नही बल्कि राजा की बेटी होती है। एक गांव में एक राजा था उस राजा के सात लड़के और एक लड़की थी।राजा अपनी बेटी को परियों की तरह रखता था लेकिन राजा को यह नहीं मालूम था कि उसकी बेटी एक चुड़ैल है वह उसे बेटों से भी ज्यादा प्यार करता था ।राजा की बेटी जब बड़ी हो गई, तो वह घोड़ों का शिकार करने लग गई । राजा के 100 घोड़े थे राजा की बेटी रोज रात को जागती थी और एक घोड़ा खा जाती थी ।

Chudail ki kahaniyan
जब राजा को पता चला कि यह घोड़े कम क्यों हो रहे हैं, फिर राजा ने सैनिकों से कहा कि तुम घोड़ों की देख रेख नहीं करते हो, तभी सैनिकों ने कहा महाराज हम तो घोड़ों को अच्छे से देखरेख कर रहे हैं पता नहीं घोड़े कहां जाते हैं । राजा ने उन्हें कहा आगे से आप घोड़ों की अच्छे से देखरेख करना, राजा इतना कहकर वहां से चला जाता है । अगले दिन राजा ने घोड़ों की तरफ ध्यान देना बंद कर दिया ऐसे ही कई महीने गुजर गए ।
राजा का एक सैनिक एक दिन राज महल में आया उसने राजा को कहा महाराज मुझे आपसे कुछ बताना है राजा ने कहा बेशक कहो क्या बात है राजा का सैनिक बहुत घबराया हुआ था राजा ने उसे कहा तुम इतना क्यों घबराए हो?और तुमने क्या बात करनी है? सैनिक ने कहा महाराज हमारा एक घोड़ा गुम हो गया है जब एक घोड़ा गुम हुआ तो मैं उस घोड़े का पीछा करने लगा और मैनें देखा कि राजकुमारी एक चुड़ैल बन चुकी है और वे उस घोड़े को बड़े मजे से खा रही थी। यह सुनकर राजा ने उस सैनिक को एक थप्पड़ मारा और कहा तुम्हे पता भी है तुम क्या कह रहे हैं? सैनिक ने कहा महाराज मुझे पता है मैं क्या कह रहा हूं पर मैंने जो देखा वह मैंने आपको बता दिया । राजा ने सैनिक से कहा तुम मेरी नजरो से दूर हो जाओ फिर सैनिक वहा से चला गया ।राजा ने सैनिक की बात पर ध्यान नहीं दिया।

एक दिन वह चुड़ैल राजा के सारे घोड़े एक-एक करके खा गई। राजा ने जब देखा कि उसके तो सारे घोड़े गायब हो गए हैं। तभी राजा सोचने लगा कि मेरे घोड़े कहां जा रहे हैं ?और मेरे घोड़े कौन चोरी कर रहा है? राजा ने तब भी उस सैनिक की बात पर ध्यान नहीं किया। जब वह चुड़ैल सारे घोड़े खा गई थी तब उस चुड़ैल ने सैनिकों को भी खाना शुरु कर दिया। जब राजा ने देखा तो वह सोचने लगा कि घोड़े तो चोरी हुए थे लेकिन सैनिक कहां जा रहे हैं? धीरे-धीरे करके उस चुड़ैल ने सारे सैनिको को खा गई जब उसने सारे सैनिको को खा लिया तब वह गांव वालों को खाने लगी । उसने सारा गांव खत्म कर दिया था एक दिन राजा बहुत सोच में पड़ गया वह सोचने लगा कि यह हो क्या रहा है पहले घोड़े गायब हुए फिर सैनिक गायब हुए और अब गांव वाले कहां गए?वह यह सब सोच ही रहा होता है तभी उसकी उस सैनिक की बात याद आती है कही वह सैनिक सही तो नहीं कह रहा था कि मेरी बेटी चुड़ैल है ?
राजा ने कहा मैं आज अपनी बेटी को देखता हूं की वह सच में तो चुडैल है भी या नही है ।वह चुड़ैल अपने सारे गांव वालों को खा गई थी तो वह एक दिन अपने बड़े भाई को भी खाने लगी तब उस रात को राजा ने अपनी बेटी को चुड़ैल के रूप में देखकर वह हैरान हो गया। उस चुड़ेल ने अपने 6 भाईयो को खा लिया था तब वह अपनी मां को भी खा गई थी।राजा ने अपने छोटे बेटे से कहा बेटा तुम यह गांव छोड़कर चले जाओ, हमारे गांव में एक चुड़ैल आ गई है जो गांव में सब को खा रही है और वह तुम्हारे छह भाइयों को भी खा गई है और तुम्हारी मां को भी। अब सिर्फ तू और मैं बचे है, बेटे ने पूछा पिताश्री यह चुड़ैल कौन है? वह हमारे गांव में क्यों आई है और क्यों लोगों को क्यों खा रही है ?

लेकिन राजा ने अपने बेटे के सवालों का कोई जवाब नहीं दिया। जब राजा का बेटा बार-बार पूछता रहा तब राजा ने उसे बताया कि चुड़ैल और कोई नहीं है बल्कि उसकी बहन है। राजा के बेटे ने कहा पिताश्री आपको कैसे पता कि वह हमारी बहन है यह आपका वहम भी तो हो सकता है। राजा ने कहा मुझे सैनिक ने पहले ही बता दिया था,लेकिन उस वक्त मैंने उसकी बातों पर ध्यान नहीं दिया था । लेकिन अब मैने यह सब अपनी आंखो से देखा है जिससे में चाहकर भी इस बात से मना नहीं कर सकता। जब उसके बेटे ने राजा की बात सुनी तो वह राजा को देख कर रोने लगा और सोचने लगा कि वह चुड़ैल मेरे पिताजी को भी खा जाएगी ।राजा ने अपने बेटे के सामने हाथ जोड़कर का कहा बेटा तू यहां से भाग जा ।वह रोते-रोते गांव से भाग गया।उसी रात को उस चुड़ैल ने राजा को भी खा दिया। दूसरे दिन उस चुड़ैल के पास खाने के लिए कोई नहीं था।
वे सोचने लगी कि एक शिकार तो मेरा छोटा भाई है अगले दिन वह अपने छोटे भाई को ढूंढने लगी ढूंढते ढूंढते उसे महल में उसका भाई नहीं मिला चुड़ैल ने कहा मेरा एक भाई गया तो कहां गया। उसे जब गांव में कोई नहीं मिला तो वह जंगली जानवरों को खाने लगी । राजा का छोटा बेटा गांव से भाग गया था तो वह सोच में पड़ गया कि मैं जाऊं तो जाऊं कहां जाऊं एक दिन उस राजा के बेटे ने देखा कि जंगल में आग लग रही है वह जंगली जानवरों जल रहे थे तभी राजा के बेटे ने वहां जाकर जंगली जानवरों को बचाने लगा उसने सारे जंगली जानवरों को बचा लिया था ।जंगली जानवरों ने राजा के बेटे से पूछा कि तुम कहां से आए हो? उसने सारे जंगली जानवरों को अपनी कहानी सुनाई राजा के बेटे की कहानी सुनकर जंगली जानवर रोने लगे जंगली जानवरों ने राजा के बेटे को अपने एक एक जानवर दे दिए वह उन जानवरों को लेकर दूसरे गांव में चला गया वहां जाकर उसने अपने लिए एक घर बनाया ।

राजा के बेटे ने उसी गांव मैं अपनी शादी कर ली उसने अपने जानवरों के लिए भी एक चिड़िया घर बना दिया था ।उसमें उसके सारे जानवर रहते थे राजा के बेटे ने शादी भी कर ली थी और अब उसके दो बेटे भी थे।एक दिन राजा के बेटे ने सोचा अब तो बहुत साल हो गए हैं वह चुड़ैल तो मर गई होगी उसने अपनी पत्नी से कहा मुझे अपने गांव से भागे हुए बहुत साल हो गए हैं ,मैं अपने गांव नहीं गया हूं मुझे अपने गांव की याद आती है, मुझे अपने गांव को देखने जाना है।उसकी पत्नी कहती है कि चले जाओ आप। राजा का बेटा अपना गांव देखने जाता है वह गांव को देखकर रोने लगता है क्योंकि पूरा गांव खाली पड़ा होता। वह सोचता रहता है की जब मैं गांव में आ ही गया हूं तो मैं अपने महल को भी देख लूं ,वह अपने महल को देखने जाता है । तो महल के अंदर उसे चुड़ैल मिलती है वह उस चुड़ैल को देख कर डर जाता है वह सोचता है कि यह चुड़ैल तो अब मुझे खा जाएगी, मेरा तो परिवार ऐसे ही रह जाएगा ।
वह ऐसे ही सोचता रहता है और वह वहां से भाग जाता है चुड़ैल भी उसके पीछे-पीछे भागती है वह काफी तेज भागता है वह भागते ,भागते काफी दूर चला जाता है। वह चुड़ैल भी उसका पीछा करती है जब राजा का बेटा अपने घर से थोड़ी दूर रहता है तब वह अपनी पत्नी को आवाज मारता है, कि तुम सारे जानवर छोड़ दो उसकी पत्नी जैसे ही सुनती है वह सारे जानवर छोड़ देती है जैसे ही सारे जंगली जानवर छूटते वह उस चुड़ैल के पीछे भागते हैं और उस चुड़ैल को खत्म कर देते हैं । फिर राजा का बेटा अपने गांव वापस चला जाता है और अपने महल में रहने लगता है ।
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