दोस्तों आज हम बात करने जा रहे है जीवन के बारे में। क्या है जीवन ? जीवन का इतना महत्व क्यों है? जीवन यानी जिंदगी । जिंदगी यानी संघर्ष। जिंदगी को हम संघर्ष और चुनौती भी कह सकते हैं। जिंदगी मे अगर चुनौती ना हो तो उसे जिंदगी नहीं कहा जा सकता। जीवन की परिभाषा देना थोड़ा सा मुश्किल है पर अगर एक शब्द में इसका उत्तर दिया जाए तो जीवन एक चुनौती है , एक संघर्ष है। जीवन में हर पल कोई ना कोई चुनौती बेसब्री से हमारा इंतजार कर रही होती है। यह चुनौती हमें वक्त और हालातों से लड़ना सिखाती है। और जीवन का सबसे अच्छा गुरु भी वक्त और हालात है जो कभी भी बता कर इम्तिहान नही लेते बल्कि बिन बताए हमारे जीवन में एकदम से प्रकट हो जाते है। जब वक्त और हालात जीवन में वार करते है तो शायद इंसान को संभलने का मौका भी ना दे । जिस इंसान ने वक्त और हालातों का डटकर सामना किया वही इंसान जीवन के महत्व को समझ सकता है।

कई लोगों को जीवन के महत्व के बारे में तब पता चलता है जब वह जीवन के अंतिम समय में होते हैं। भगवान ने इंसान और जानवर दोनों को बनाया । दोनों ही अपना जीवन जीते है पर जीवन का महत्व सिर्फ इंसान ही समझ सकता है क्योंकि इंसान में सोचने और समझने की क्षमता है जो कि उस जानवर में नहीं हैं। अगर इंसान जीवन के महत्व को नहीं जानता तो उस इंसान और जानवर में कोई फर्क नहीं हैं क्योंकि दोनों ही अपना जीवन काट रहे होते हैं। भगवान ने यह सृष्टि बनाई है, प्रकृति बनाई हैं , इंसान को बनाया है और जानवरों की भी बनाया ।
भगवान ने इंसानों का अपना जैसा ही क्यों बनाया ? भगवान चाहे तो कुछ भी बना सकते थे पर इंसान की रचना क्यों की ? भगवान ने इंसानों को इसलिए बनाया क्योंकि इंसान ही एक ऐसा प्राणी है जो जीवन के महत्व समझ सकता है। इंसान ही अपनी बुद्धि से इस संसार में राज कर सकता है। लेकिन आज के समय मे इंसान जीवन में आने वाली समस्याओं में इतना ज्यादा उलझा हुआ कि वह ना चाह कर भी इन समस्याओं से बाहर नहीं निकल पाता बल्कि इन समस्याओं के जंजाल में और ज्यादा फंसता चला जाता है। दोस्तों इंसान में इतनी ज्यादा क्षमता है कि वो चाहे तो इस दुनिया पर भी राज कर सकता है पर इसके लिए उसे खुद को समझना होगा | जब वह जीवन के महत्व को समझ जाएगा उस दिन उसे अपना जीवन अमूल्य लगने लगेगा और उस दिन शायद उसे कोई भी चुनौती हरा ना पाए।

जीवन का महत्व कैसे समझे ?
1. खुद को जानने की कोशिश करें
दोस्तों अगर आप जीवन के महत्व को समझना चाहते हो तो सबसे पहले खुद को जानने की कोशिश करें। आप जीवन के महत्व को तभी समझ सकते हो जब आपको पता होगा कि आप कौन हो? आपके जीवन का मकसद क्या है? दोस्तों अगर जीवन मे कोई लक्ष्य न हो तो जीवन जीने में मजा नही आता । मनुष्य का जीवन बहुत ही ज्यादा मूल्यवान है क्योंकि इंसान ही एक ऐसा प्राणी है जिसमें सोचने और समझने की क्षमता हैं। इसलिए जीवन के महत्व को समझने से पहले आप खुद को समझने की कोशिश करें ।
2. जीवन का लक्ष्य निर्धारित करें

लक्ष्य भी जीवन को एक मकसद देता है। जब हम अपने लक्ष्य की प्राप्त करने के लिए उस मार्ग मे लग जाते है तो हमारे सामने बहुत साही चुनौतियाँ आती है। कई बार यह चुनौतियाँ इतनी बड़ी होती है कि यह इंसान को अंदर से झंगझोर कर रख देती है और इंसान न चाह कर भी जीवन के असली महत्व को समझने लगता हैं।यह चुनौतियाँ हमें तोड़ने के लिए आती है पर हालात- वक्त इंसान को इस कद्र मजबूत बना देती है कि चुनौतियाँ भी घुटने टेकने के लिए मजबूर हो जाती है। इसीलिए जीवन में सर्वप्रथम अपना लक्ष्य निर्धारित करें। लक्ष्य ही हमें जीवन का सही मार्ग दिखा सकता है भले ही उस मार्ग में चुनौतियां बेसब्री से हमारा इंतजार कर रही हो पर हम धीरे-धीरे जीवन के महत्व को समझने लगते हैं।
3. जीवन को अपने नजरिए से देखिए
दोस्तों जीवन के महत्व को समझने के लिए आप अपना एक दृष्टिकोण बनाइए अर्थात- जीवन को अपने नजरिये से देखिए । दुनिया की नजर से अगर आप जीवन को जानने की कोशिश करेंगे तो आप खुद उसमें उलझ जाओगे। जीवन आपका है, चुनौतियों का सामना आपने करना है तो फिर आप जीवन के महत्व को दुनिया की नजरिये से क्यों देखना चाहते हो । आप अपने नजरिए से जीवन को समझो और देखने की कोशिश करो।
4. जीवन की चुनौतियों से सीख के
जीवन में कई सारी चुनौतियाँ आती है। कई बार चुनौतियों से लड़ते-लड़ते हम जीवन के महत्व को समझने के लिए मजबूर हो जाते हैं। इंसान के जीवन में एक ऐसा मोड़ अवश्य आता है कि वह जीवन के महत्व को समझने लगता है।

उदाहरण के लिए हम महान सम्राट अशोक को ले सकते है। उन्होंने अपने जीवनकाल में अनेक युद्ध लड़े। यहाँ तक कि खून की नदियों भी बहा दी। पर अशोक को जीवन का महत्व कलिंग युद्ध में समझ आया | कलिंग युद्ध को भारतीय इतिहास का सबसे भीषण युद्ध माना जाता है। इस युद्ध की वजह से ही अशोक को जीवन के महत्व के बारे में पता चला। जब उन्हें जीवन का असली महत्व पता चला तो उन्होंने इस सांसारिक दुनिया को त्यागकर बौद्ध धर्म को अपना लिया। इस तरह से एक महायुद्ध ने अशोक के जीवन को बहुत ज्यादा प्रभावित किया।
निष्कर्ष
इस तरह से हमनें जाना कि जीवन क्या है? जीवन का इतना महत्व क्यों है ? हमारे पास काफी सारे विकल्प है कि हम जीवन को कैसे जीना चाहते है पर उससे पहले हमें जीवन के महत्व को समझना होगा | कहीं ऐसा न हो कि हमें जीवन के अंत में जाकर इसके महत्व का पता चले । जीवन के हर मोड़ में कोई न कोई चुनौती हमारा बेसब्री से इंतजार कर रही होती है। हमें इन चुनौतियों का डटकर सामना भी करना है और इन चुनौतियों से कोई न कोई सीख अवश्य लेनी है।
ताकि भविष्य में अगर हमें किसी को जीवन के महत्व के बारे में बताना पड़े तो हम अपने अनुभव बता सके। आज के भागमदौड़ भरी जिंदगी में लोग इतने ज्यादा व्यस्त है कि वो जिन्दगी को जीना ही भूल गए है। जब आप जीवन को नही जान सकते हो इतना पैसा इकट्ठा करके क्या करोगे क्योंकि अंतिम समय में आपका सब कुछ यही रह जाना है यहां तक कि आपका शरीर भीं आपका नहीं है। इंसान जब जीवन के महत्व को समझ जाता है तब उसे दुनिया अच्छी लगने लगती है।