मंगलयान मिशन का हुआ अंत,डीमैट अकाउंट में गलती से 11677 करोड़ आ गए and more news

1. ISRO : फ्यूल और बैटरी खत्म होने से 450 करोड़ का मंगलयान मिशन का हुआ अंत

दोस्तों 5 नवंबर 2013 को PSLV-C 25 से ‘मार्स ऑर्बिटर मिशन’ ( MOM ) को लॉन्च किया गया था और साइंटिस्ट ने भी पहले ही प्रयास में इसके स्पेसक्राफ्ट को मार्स के ऑर्बिट पर पहुंचा दिया था । लॉन्च होने के करीबन एक दशक बाद ही मंगलयान का धरती से संपर्क टूट गया जिसकी वजह से अब इंडिया का पहला मार्स मिशन खत्म हो गया है और इस मिशन को दुबारा शुरू करना मुश्किल है । ISRO ने अब इस बात की जानकारी दी है कि ‘मार्स ऑर्बिटर मिशन’ का फ्यूल और बैटरी दोनों ही खत्म हो गया जिसकी वजह से इस मिशन का अंत हो गया ।इस मिशन पर 450 करोड़ का खर्चा हुआ था और इस मंगलयान को सिर्फ 6 महीने तक चलाने के लिए बनाया गया था लेकिन यह 8 सालों तक चला । अब जाकर फ्यूल और बैटरी खत्म होने की वजह से मंगलयान का धरती से संपर्क टूट गया ।

2. गुजरात के एक व्यक्ति के डीमैट अकाउंट में गलती से 11677 करोड़ आ गए जिसे उसने जल्दी से स्टॉक में इन्वेस्ट कर दिया

दोस्तों गुजरात के एक स्टॉक इन्वेस्टर रमेश सागर के डीमैट अकाउंट में अचानक से 11677 करोड़ आ गए लेकिन 8 घंटे बाद ही गवर्नमेंट ने वो सारे पैसे उससे वापिस ले लिए । लेकिन यहां पर यह व्यक्ति बहुत चालाक था गवर्नमेंट के पैसे लेने से पहले ही इसने 2000 करोड़ रुपए स्टॉक में इन्वेस्ट कर दिया । उस व्यक्ति के अकाउंट में यह पैसे 8 घंटे तक थे और उस टाइम उसे जो भी स्टॉक दिखा उसने बस ख़रीद लिया । लेकिन आपको यह बता दे कि इस व्यक्ति ने इस 2000 करोड़ से 5% का प्रॉफिट भी कमा लिया और इसे कहते है गुजराती दिमाग ।

3. नॉर्थ कोरिया के बढ़ते हुए आतंक को देखते हुए पहली बार sea of Japan में तीन देशों ने मिलकर किया न्यूक्लियर पावर का अभ्यास

नॉर्थ कोरिया बड़ी तेजी के साथ न्यूक्लियर वेपन्स और मिसाइल का इस्तेमाल कर रहा है और इसी को देखते हुए जापान भी अब अपने पार्टनर अमेरिका और साउथ कोरिया के साथ मिलकर काम कर रहा है। पिछले महीने भी अमेरिका और साउथ कोरिया की आर्मी ने मिलकर ” sea of Japan “ में चार दिनों तक अपना संयुक्त अभ्यास किया था ।इन पांच सालों में पहली बार जापान सहित तीन कंट्री ने मिलकर sea of Japan में US Nuclear-Powered से चलने वाले एयरक्राफ्ट का संयुक्त अभ्यास किया है।अभी हाल ही में अमेरिका की प्रेसिडेंट कमला हैरिस ने भी नॉर्थ कोरिया और साउथ कोरिया को डिवाइड करने वाली मिलिट्री एरिया का दौरा किया था और इस दौरान उन्होंने कहा था कि नॉर्थ कोरिया में एक क्रूर तानाशाह है जो वहां के लोगों पर अत्याचार करता है और यह मानव अधिकारों का उल्लंघन हैं। इसी के साथ साथ , साउथ कोरिया के प्रेसिडेंट Yoon Suk-yeol ने भी कहा कि हम भी नॉर्थ कोरिया का सामना करने के लिए अमेरिका के साथ मिलकर संयुक्त अभ्यास कर रहे है ताकि अमेरिका के साथ उनका गठबंधन और ज्यादा मजबूत हो सकें। साउथ कोरिया के इस जवाब से नोर्थ कोरियन सांसदों ने अब एक न्यूक्लियर वेपन्स के इस्तेमाल पर कुछ शर्ते रखी है । पिछले महीने भी सुप्रीम पीपुल्स असेंबली में नेता किम जोंग ने कहा था कि नॉर्थ कोरिया कभी भी वेपन्स का इस्तेमाल करना नहीं छोड़ेगा।

4. इस महीने होने वाले है 5 एस्ट्रोनॉमिकल इवेंट्स जिसे आप मिस नहीं कर सकते

दोस्तों इस महीने ऐसे 5 Astronomical Events होने वाले है जिसे आप मिस नहीं कर सकते ।यह महीना कई उल्का वर्षा, मर्करी की यात्रा और बहुत कुछ लाएगा।हमेशा ही रात के टाइम आसमान में कुछ ना कुछ इंटरेस्टिंग होता रहता है हालांकि विशेष रूप से स्टारगेज़र के लिए यह बड़ा महीना होगा । इस महीने आप बिना किसी टेलीस्कोप के सुपरमून, सैटर्न , उल्का बौछार को देख सकते है ।1. ड्रेकोनिड उल्का बौछार ( Draconid Metor Shower )2. हंटर मून ( Hunter Moon )3. ओरियनिड उल्का बौछार (Orionid Meteor Shower )4. सूर्य ग्रहण की आशंका

5. ET : 19वें वार्षिक भारत-रूस शिखर सम्मेलन में दोनों देशों ने दो इंपोर्टेंट डॉक्यूमेंट्स पर साइन किए

दोस्तों हाल ही में इंडिया और रशिया ने मिलकर सिविल न्यूक्लियर एनर्जी और स्पेस कोऑपरेशन के फील्ड में एक डॉक्यूमेट साइन किया था और इस तरह से अपनी साझेदारी को एक लेवल आगे लेकर गए ।ET ने इस बात की जानकारी दी है कि इस बार के 19वें वार्षिक भारत-रूस शिखर सम्मेलन ( annual India-Russia summit ) में दोनों देशों ने दो बहुत ही ज्यादा इंपोर्टेंट डॉक्यूमेंट्स पर साइन किए ।भारत में , दोनों देशों ने मिलकर रशियन न्यूक्लियर रिएक्टर के लिए दूसरी साइट और वेस्टर्न एशिया , अफ्रीका और लैटिन अमेरिका की हेल्प से सिविलेन न्यूक्लियर साझेदारी का विस्तार करना चाहते है ।

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