कॉन्फिडेंट बॉडी लैंग्वेज टिप्स

दोस्तों आज हम बात करने जा रहे है कॉन्फिडेंट बॉडी लैंग्वेज टिप्स के बारे में कि यह हमारे जीवन के लिए कितना महत्वपूर्ण है ? दोस्तों आपने कई बार ऐसे लोगों को देखा होगा जिनका बात करने का तरीका , मुस्कुराने का तरीका , चलने का तरीका बहुत अलग होता है । जब हम ऐसे लोगों से मिलते हैं तो हम अपने मन में यह सोचते हैं कि काश हम भी उस इंसान की तरह होते लेकिन हम यह नहीं सोचते हैं कि यह सारी क्वालिटी हमारे अंदर भी है। आपको पता है हमारी बॉडी लैंग्वेज एक आईने की तरह होता है जैसे_ हमारे उठने-बैठने का तरीका, इशारों में बात करने का तरीका, या फिर चलने के तरीका । बहुत से लोगो को अपनी बॉडी लैंग्वेज के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं होती है जिसके कारण वह कई बार जॉब इन्टरव्यू में सफल नहीं हो पाते है। हमें जिंदगी में हर बार किसी ना किसी चुनौती का सामना जरुर करना पड़ता है और उन चुनौतियों को जीत पाना आसान नहीं होता है । जब आप पहली बार इंटरव्यू देने जाते है तो आपको ऐसा फील होता है कि आज हमारे साथ कुछ गड़बड़ होने वाला है इसीलिए हम इंटरव्यू देने से पहले ही डर जाते और हार मान जाते है। यही हमारी सबसे बड़ी कमजोरी है हमें आज इसी चीज पर फॉक्स करना है।

अब हम जानते है कॉन्फिडेंट बॉडी लैंग्वेज टिप्स के बारे में


1. कॉन्फिडेंस होना चाहिए
हमारी लाइफ में कॉन्फिडेंस का होना बहुत ही ज्यादा जरूरी होता है । हमें खुद पर विश्वास होना चाहिए तभी हम खुद की कदर कर पाएंगे और जब हम खुद को इंपॉर्टेंस देने लगते है तो लोग भी आपकी कदर करने लगते हैं । दोस्तों हमारे अंदर कॉन्फिडेंस तब आता है जब हम अपने कार्य के बारे में अच्छा महसूस करते हैं और सही निर्णय लेते हैं । जब हम किसी काम को करने के लिए अपने ऊपर विश्वास करते हैं तभी हमारा उस काम को करने लिए विश्वाश बनता है । हमारी सफलता का सबसे बड़ा कारण हमारा अत्मविश्वास ही है। आपने तो सुना ही होगा अगर विश्वास करो तो पत्थर में भी भगवान होते है।

2. लोगों के साथ अच्छा व्यवहार करें
हमारा लोगों के साथ बात करने का तरीका भी हमें बाकी लोगों से अलग बनाता है। अपने देखा ही होगा कि कई लोग बहुत ही अजीब तरीके से व्यवहार करते है जिसकी वजह से लोग उनसे बात करने से दूर भागते है और वही कुछ लोगों का व्यवहार इतना अच्छा होता है कि उससे सारा दिन बात करने का मन करता रहता है ।अब यह हम पर निर्भर करता है कि हम लोगों के साथ कैसा व्यवहार करते है।

3. हमेशा बात करते समय आंखों का संपर्क बनाए रखे
यह भी हमारे कॉन्फिडेंट बॉडी लैंग्वेज का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है क्योंकि जब हम किसी से आंखे मिलाकर बातें करते है तो यह हमारी बातों को समझने में हमारी मदद करते है। कई बार आंखे वो सब कह देती है जो हम अपनी जुबान से नहीं कह पाते।

4. ओवरकॉन्फिडेंस का होना
दोस्तों किसी भी व्यक्ति में ओवरकॉन्फिडेंस तब आता है जब उसे खुद पर अहंकार होने लगे।और आपको पता है कि मूर्ख और अहंकारी व्यक्ति हमेशा गलती करते रहते है। कोई भी काम करने से पहले उस काम के बारे में अच्छे से समझ लेना चाहिए कि यह काम कैसे होगा? इसमें किन किन किन बातों का ध्यान रखना है ? यह नहीं कि मैं बहुत समझदार हूं यह काम तो मेरे लिए बहुत आसान है , कृप्या करके ऐसी सोच ना रखे । किसी काम में गलती करने की बजाय उस काम को सीखने का प्रयास करे और सीखना कोई बुरी चीज़ नही है बल्कि इंसान को जिन्दगी भर कुछ न कुछ सीखते रहना चाहिए।

5. अपनी बातों को समझाने के लिए हाथों का इशारा करें
जब भी आप किसी से बात करते हो तो अपने हाथों का इस्तेमाल करें क्योंकि हम क्या कहना चाहते है ? क्या समझाना चाहते है ? कई बार जो चीज हम अपनी बातों से समझा नहीं पाते वो हमारे हाथों के इशारे से समझ जाते हैं जैसे आप अपने ऑफिस में किसी व्यक्ति को कोई बात समझा रहे हो तो उस समय अपने हाथों का इस्तेमाल करें ताकि वह जल्दी से आपकी बातों को समझ सके। जब आप अपने हाथों का इस्तेमाल करते हुए कोई बात समझाते हो तो जो लोग आपकी बातें सुन रहे होते हैं उनका ध्यान आप पर रहता है और ऐसे करने से सामने वाले पर आपका अच्छा प्रभाव पड़ता है।

6. ड्रेसिंग सेंस का भी ध्यान रखें
दोस्तों ड्रेसिंग सेंस का भी हमारे जीवन में बहुत महत्वपूर्ण स्थान है क्योंकि हम कब और कैसे कपड़े पहनते है इसका प्रभाव भी पड़ता है जैसे_क्या आप पार्टी वियर को ऑफिस में पहन कर जा सकते हो? नहीं ना आपको इतनी समझ होनी चाहिए कि आपको कब क्या पहनना है ? और क्या नहीं पहनना है ? आपको अपने कपड़ों का एक सेट बनाना होगा जैसे पार्टी के कपड़े , ऑफिस के कपड़े , घर में पहने जाने वाले कपड़ों का सेट बना कर रखें। अगर आपको जलदबाजी में किसी काम के लिए बाहर जाना हो तो आपको अपने कपड़ों को ढूंढने की जरूरत नहीं पड़ती है और आपका समय भी बचता है।

निष्कर्ष
इस तरह से हमने कॉन्फिडेंट बॉडी लैंग्वेज टिप्स के बारे में जाना कि हमारी जिदंगी में इसका इतना महत्व क्यों है? सबसे पहले हमें खुद पर विश्वास होना चाहिए कि यह काम मैं कर सकता हूं और जब तक आप किसी काम को नहीं करते हो तब तक वह काम आपको मुश्किल लगता है एक बार कोशिश करके तो देखिए फिर आपको महसूस होगा कि यह काम इतना भी मुश्किल नहीं है जितना कि मैंने सोचा हुआ था।कोई भी काम करने से पहले उस काम को सीखे लेकिन हां जिंदगी में कभी भी घमंड ना करे क्योंकि जब आपके अंदर घमंड आता है तब आपका कॉन्फिडेंस _ ओवर कॉन्फिडेंस में बदल जाता है और ओवर कॉन्फिडेंस वाला व्यक्ति हमेशा गलती करता ही करता  हैं।

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