1. बिना चार्जर के आईफोन बेचने पर ब्राजील सरकार ने एप्पल पर $2.4 मिलियन का जुर्माना लगाया
दोस्तों एप्पल ने बड़ी ही चालाकी से आईफोन के बॉक्स से चार्जर निकाल दिया और कहा कि हम यह सब एनवायरमेंट से e-watse को कम करने के लिए कर रहे है और अपनी इसी स्कीम से उन्होंने बिलियन्स ऑफ यूएस डॉलर भी कमा लिए लेकिन उनकी यह चालाकी उन पर काफी ज्यादा भारी पड़ी जब ब्राजील गवर्नमेंट में उन पर करीबन 2.4 मिलियन डॉलर का फाइन लगाया । ब्राजील में एक यूजर कंज्यूमर कोर्ट चला गया क्योंकि उसे अपने आईफोन के साथ चार्जर नहीं मिला था । ब्राजील गवर्नमेंट ने एप्पल को सख्त हिदायत दी है कि ब्राजील में कोई भी आईफोन बिना चार्जर के नहीं बिकेगा और अगर बिना चार्जर के आईफोन बेचते हुए मिल गए तो दुबारा से फाइन देना होगा । यह स्कीम सिर्फ ब्राजील ही नहीं बल्कि दूसरे देशों में भी अप्लाई करना चाहिए ।
2. बर्लिन के अंदर तैयार किया जा रहा है 56 मिलियन लीटर पानी स्टोर करने वाला स्टील थर्मस टावर
दोस्तों जर्मनी के बर्लिन के अंदर एक स्टील थर्मस टावर ( Steel Thermos Tower ) तैयार किया जा रहा है जोकि करीबन 45 मीटर ऊंचा है और इसके अंदर 56 मिलियन लीटर गर्म पानी स्टोर किया सकता है। दरअसल यहां पर लोगों के लिए सर्दियों के वक्त में गर्म पानी किया जाता है जिससे कि जर्मनी के बर्लिन के अंदर जितने भी लोग रहते हैं उनको गर्म पानी मिलता रहे ।अब जर्मनी को रशिया से उतना जीवाश्म ईंधन ( Fossils Fuels ) नहीं आ रहा जिसकी वजह से अब वह जीवाश्म ईंधन के ऊपर ज्यादा खर्चा नहीं कर सकते है तो वह एक ऐसा टैंक बना रहें हैं जिसके अंदर गर्म पानी स्टोर किया जा सके और उसके बाद में घंटों तक यह गर्म ही रहेगा और लोगों को दिया जा सकता है। जर्मनी को इससे यह फ़ायदा होगा कि लोगों के घर भी गर्म रहेंगे , पानी भी 13 – 14 घंटे तक गर्म रख सकते है और जीवाश्म ईंधन का खर्चा भी कम हो जाएगा ।
3. स्वीडन की एक कम्पनी ने बनाया ह्यूमन टेस्ट वाला बर्गर लेकिन यह प्लांट बेस्ड बर्गर है
दोस्तों अभी तक आपने कई सारी ऐसी कंपनियों के बारे में सुना होगा जोकि प्लांट बेस्ड मीट बनाती है और आपने खाया भी होगा। आजकल यह इण्डिया के अंदर भी मिलता है यह प्लांट बेस्ड होता है , प्योर वेजीटेरियन होता है और इसमें किसी भी जानवर का मीट नहीं होता । लेकिन अब स्वीडन की एक कम्पनी ने एक ऐसा प्लांट बेस्ड बर्गर बनाया हैं जो ह्यूमन मीट की नकल करते है यानी कि इस बर्गर से ह्यूमन मीट वाला टेस्ट आयेगा। पता नहीं यह बर्गर क्यों बनाया जा रहा है? कौन इसे खाएगा अभी कुछ मालूम नहीं है लेकिन हां खाने वाले लोग तो इसे खाएंगे। इस तरह से नरभक्षी ( Cannibals ) को प्रमोट किया जा रहा है।
4. सिएटल बेस्ड जैप एनर्जी ने एक ऐसा रिक्टर बनाया है जो अनलिमिटेड इलैक्ट्रिसिटी प्रोड्यूस कर सकता है
दोस्तों सिएटल बेस्ड जैप एनर्जी (Seattle-based Zap Energy) कंपनी ने एक ट्रक जितना रिएक्टर तैयार किया है जोकि लिमिटलैस एनर्जी बना सकता है यानी कि इसके अंदर अनलिमिटेड इलेक्ट्रिसिटी है । इसके अंदर मैग्नेट फ्री एनर्जी का यूज किया गया है जिसकी वजह से यह बहुत ज्यादा खास है क्योंकि जो टोकमक रिएक्टर( tokamak reactors) है शायद यह उसके जैसा या फिर दुनिया का सबसे बड़ा रिएक्टर बनाया जा रहा होगा तो यहां पर एक्सट्रीम हीट का यूज किया जाता है वो भी पावरफुल मैग्नेट के साथ में जिसकी वजह से फ्यूजन रिएक्शन होता है, जिसमें प्लाज्मा जनरेट होता है और उसको कंट्रोल करने के लिए पावरफुल मैग्नेट्स का यूज किया जाता है। लेकिन यहां पर इन्होंने यह नहीं किया क्योंकि यह काफी ज्यादा एक्सपेंसिव हो जाता है, यहां पर इन्होंने इलेक्ट्रो मैग्नेट फील्ड ( Electromagnetic Field )का यूज किया है बजाय एक्सपेंसिव मैग्नेटिक कॉइल (Expensive Magnetic Coils) के। इसमें जो टेक्नोलॉजी यूज कर रहे हैं यह Z- पिंच (Z-pinch) टेक्नोलॉजी है जिसमें जब प्लाज्मा जनरेट हो जाता है तो उसको बहुत छोटे से स्पेस के अंदर पिंच कर दिया जाता है फिर इसको यूटिलाइज करके कही पर भी इलेक्ट्रीसिटी प्रोड्यूस किया जा सकता है।
5. क्या आपको पता है हमारी स्किन के ऊपर भी माइक्रो कीड़ा पाया जाता है
दोस्तों क्या आपको पता है कि हमारी स्किन के ऊपर बहुत ही छोटा माइक्रो कीड़ा पाया जाता है जिसको डिमोडेक्स फॉलिकुलोरम (Demodex Folliculorum) कहा जाता है और यह स्किन माइट्स के नाम से भी जाना जाता है।यह सभी की स्किन के ऊपर होता है और यह हमारी स्किन के ऊपर बच्चे भी पैदा करते है । दरअसल हमारी बॉडी सिबन(sebum) निकालती है जिसकी वजह से हमारी स्किन नेचुरली मॉइश्चराइज रहती है और यह कीड़े उसी को खाते है।यह इतने ज्यादा बुरे भी नहीं होते हालांकि अल्ट्रा वायलेट लाइट के अंदर यह मर जाते है और उससे बचने के लिए हमारी स्किनपोर के अंदर घुसे रहते है और रात के वक्त में ही निकलते हैं। दरअसल यह कीड़े स्किन केयर करने में हमारी हेल्प करते और हमारी डेड सेल को भी बढ़ने नहीं देते ।
6. एमेजॉन ने लेबर क्राइसिस की वजह से रोबोट्स का यूज़ करना शुरू कर दिया है
दोस्तों आप सभी को मालूम होगा कि अमेरिका के अंदर लेबर क्राइसिस ( Labor crisis) चल रहा है जोकि धीरे-धीरे बढ़ रहा है ।यही पर अगर एमेजॉन की बात की जाए तो इस साल के अंत तक उन्हें 1 लाख 25 हजार लेबर की जरूरत होगी जिसका सॉल्यूशन उन्होंने कुछ इस तरीके से निकाला है कि अब वह इसके लिए रोबोट्स का इस्तेमाल करने वाले है।
दरअसल आज से 10 साल पहले इन्होंने एक कंपनी का अधिग्रहण किया था जिसका नाम कीवा था जोकि रोबोटिक स्टार्टअप कंपनी थी इसको खरीदने के बाद इन्हें काम पर लगा दिया गया था तो अब भी इन्होनें एक व्हेयरहाउस के लिए एक रोबोट बनाया है जिसका काम होगा कार्ड को सही जगह पर लगाना यह फुल्ली ऑटोनॉमस होगा। यह अपने आप ही चार्जिंग पर भी चला जाएगा और यह इतना स्मार्ट है कि अगर कोई एम्प्लॉय आसपास में घूमता हुआ मिल गया तो उसको पहले जाने देगा और उसके बाद में यह आगे बढ़ेगा। इतना ही नहीं इन्होंने और भी रोबोट्स की तैयारी कर रखी है जैसे कि अभी इन्होंने न्यू रोबोटिक आर्म का यूज करना भी शुरू कर दिया है और इसी के साथ-साथ स्कैनिंग टेक्नोलॉजी भी लेकर आए है जोकि इनके पूर्ति केंद्र ( fulfillment center) पर लगाई जाएगी तो यह सारा कुछ अमेजॉन ने अपनी फैसिलिटी के अंदर लगाना शुरू किया है जिससे क्या होगा कि इनकी पैकेजिंग,डिलीवरी और पार्किंग में भी हेल्प करेंगे ।अब अमेजॉन कम एम्प्लॉय से भी अपना काम कर सकते है ।अब देखते है आने वाले समय में क्या होता है।
7. स्कॉटलैंड की एक 22 वर्षीय महिला को पोर्न देखने के 20 डॉलर दिए जाते है
दोस्तों इस दुनिया में बहुत ही अजीबों गरीबों तरह की जॉब होती है लेकिन इस टाइप की जॉब के बारे में आपने कभी सुना नहीं होगा।दरअसल स्कॉटलैंड की रेबेका डिक्सन(Rebecca Dickson) नाम की एक 22 साल की लड़की को सिर्फ पोर्न वॉच करने के 20 डॉलर प्रति घंटे के हिसाब से दिए जाते है यानी 1500 रुपए प्रति घंटा उनको मिल जाता है। अब आप सोचेंगे कि अगर यह स्कीम इंडिया के अंदर आ जाए तो कोई जॉबलेस ही ना रहे । यह काम हमें सुनने में तो बहुत आसान लग रहा है लेकिन ऐसा नहीं है रेबेका डिक्सन पॉर्न इंडस्ट्री के ऊपर रिसर्च कर रही है और इसी काम के लिए रिसर्चर ने इनको रखा है इनका काम है पोनोग्राफी बिहेवियर के ऊपर डेप्थ में जाकर स्टडी करना और डाटा इकट्ठा करना है। शुरू में इन्होंने एक कॉन्ट्रैक्ट साइन किया था जिसमें इनको 100 वीडियोस पर नोट लिखने के लिए कहा गया था लेकिन अब यह काम स्थायी रूप से करती है और इसके लिए इनको 20 डॉलर प्रति घंटे के हिसाब से दिए जाते है।
8. कश्मीर के बिलाल अहमद ने बनाई एक सोलर इलेक्ट्रिक कार जो आपको फ्यूचरिस्टिक वाली फिलिंग देती है
दोस्तों कश्मीर के बिलाल अहमद जोकि एक मैथमेटिक्स के टीचर है उन्होंने अपनी 11 साल की रिसर्च के बाद में एक सोलर इलेक्ट्रिक कार इंवेंट करी है। दरअसल इनका बचपन से ही ड्रीम था कुछ इस तरीके की कार बनाने का जो लग्जरियस भी हो और अफोर्डेबल भी हो। इन्होंने कुछ इस टाइप की कार बनाई है जोकि पहली नजर में ऐसी लगती है जैसे ” बैक टू द फ्यूचर “वाली कार है क्योंकि जिस तरीके से इसके गेट खुलते हैं और जिस तरह से हाइड्रोलिक का यूज किया गया है तो थोड़ा सा यह फ्यूचरिस्टिक वाली फिलिंग देती है ।