1. बिल गेट्स फाउंडेशन और सैमसंग ने मिलकर बनाया है एक ऐसा प्रोटोटाइप जो ह्यूमन वेस्ट को राख में बदल सकता है

दोस्तों बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन और सैमसंग मिलकर एक वॉटरलैस टॉयलेट का प्रोटोटाइप तैयार कर रहे है जो ठोस कचरे ( Solid waste ) को राख में बदल देता है ।दरअसल बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन ने 2011 में एक चैलेंज रखा था ” Reinvent the Toilet Challenge ” और 2018 में इस टॉयलेट के ऊपर काम किया पर कुछ नहीं हुआ लेकिन अब जाकर इन्होंने सैमसंग के साथ मिलकर एक ऐसा प्रोटोटाइप तैयार किया है जो इंसानी मलबे को राख में बदल सकता है और इस तरह से यह प्रोटोटाइप कई लोगों की मदद कर सकता है । अगर WHO के 2018 का डाटा देखा जाए तो इस दुनिया में करीबन 4.5 बिलियन लोग ऐसे है जिनके पास में एडिकेट सैनिटेशन सिस्टम मौजूद नहीं है । कई लोगों के पास टॉयलेट है पर बहुतों के पास टॉयलेट नहीं भी है इसीलिए आज भी ऐसी अनहाइजीनिक टेक्निक का इस्तेमाल किया जाता है ।इस तरह से बिल गेट्स और सैमसंग ने मिलकर एक ऐसी टेक्नोलॉजी को तैयार किया है जिसका कोर है हीट-ट्रीटमेंट और बायोप्रोसेसिंग टेक्नोलॉजिस । इस टेक्नोलोजी का इस्तेमाल करके ह्यूमन वेस्ट को राख में बदला जाता है और उसमें जो वॉटर यूज़ किया जाता है उसको रिसाइकल करके दोबारा से इस्तेमाल करने लायक बनाया जाता है। और इस टेक्नोलॉजी का यूज उन एरिया में किया जाएगा जहां पानी की बहुत कमी है जैसे अफ्रीकन कंट्री या फिर रेगिस्तानी एरिया जहां पानी की बहुत ज्यादा कमी रहती है ।
इसकी खास बात यह है कि इसको रॉयल्टी फ्री लाइसेंस के तौर पर बनाया गया है हालांकि सैमसंग के पास में इसका पेटेंट मौजूद है लेकिन फिर भी वह सभी देशों को यह रॉयल्टी फ्री देंगे ।इस दुनिया में हर साल करीबन 1 मिलियन छोटे बच्चे की मौत सिर्फ डायरिया की वजह से होती है जिसका कारण है ह्यूमन वेस्ट , अनसेफ सैनिटेशन और पानी की कमी आदि । इसी वजह से इस टेक्नोलोजी में सेफ वॉटर और हाइजीन दोनों का ही ध्यान रखा गया है । फिलहाल के लिए अभी इस प्रोटोटाइप का ट्रायल चल रहा है।
2. ग्लोबल वार्मिंग की वजह से स्विट्जरलैंड धीरे-धीरे अपनी खूबसूरती को खो रहा है

दोस्तों स्विट्जरलैंड दुनिया के सबसे खूबसूरत देशों में से मानी जाती हैं जहां पर दुनिया भर से लोग घूमने के लिए जाते हैं । दरअसल यह खूबसूरती इसके ग्लेशियर्स की वजह से है जहां पर बर्फबारी होती रहती है लेकिन आने वाले समय में आपको यह ग्लेशियर्स उतना देखने को नहीं मिलेगा जितना आज दिखाई देता है ।साल 2003 से लेकर अब तक पिरामिड गीजा से करीबन 1200 गुना बर्फ यहां से जा चुकी है और अगर इसी रफ्तार में सब कुछ चलता रहा तो साल 2100 तक करीबन 80% ग्लेशियर खो देंगे ।अगर आप यह बर्फबारी देखना चाहते हैं तो यही सही टाइम है क्योंकि ग्लोबल वार्मिंग बढ़ता जा रहा है तो आने वाले वक्त में हमें कही भी बर्फ देखने को नहीं मिलेगा चाहे आप हिमालय की चोटी पर ही चले जाओ तो यह यह हाल हो रखा है ।
3. अमेरिका में लेबर क्राइसिस तेजी से बढ़ रहा है

दोस्तों आप सभी को बहुत अच्छे से मालूम होगा कि यूएसए के अंदर लेबर क्राइसिस चल रहा है जहां पर लेबर का काम करने के लिए इतने लोग नहीं है। वहां पर कैलिफोर्निया बेस्ड एक बहुत बड़ी कंपनी हैं जिन्होंने 13 मिलियन यूएस डॉलर का प्रोजेक्ट बीच में ही छोड़ दिया हैं क्योंकि उनके पास में इतने लेबर नहीं थे जो इस प्रॉजेक्ट को पूरा कर सकें ।यह कम्पनी अपने लेबर को 22% ज्यादा सैलरी देने के लिए भी तैयार थी लेकिन फिर भी काम करने के लिए कोई नहीं आया । अब कम्पनी ने अपने यहां काम करने वाले सभी वर्कर्स को 5000 यूएस डॉलर का रिटेंशन बोनस दिया ताकि उनके वर्कर्स उनके पास रहे ।यहां तक कि 49% स्मॉल बिजनेस का भी यही कहना है कि हमने जॉब वैकेंसी डाल रखी है लेकिन यहां कोई भी छोटी छोटी जॉब नहीं करना चाहता जिसकी वजह से वेकैंसी खाली रहती है ।अमेरिका में कोई भी व्यक्ति छोटे-छोटे काम नहीं करना चाहता जिसकी वजह से वहां पर लेबर क्राइसिस धीरे-धीरे बढ़ता जा रहा है ।
4. फ्लिपकार्ट ने दिया जवाब : क्यों iPhone 13 ऑर्डर कैंसिल किए गए ?

दोस्तों इस Big Billion Day sale में क्या हुआ आपको मालूम ही होगा जिन भी लोगों ने अच्छी खासी डील क्रैक करी थी उन सभी के ऑर्डर कैंसिल कर दिए गए लेकिन क्यों कैंसिल किया इसका जवाब अब जाकर Flipkart ने दिया । इंस्टाग्राम , फेसबुक , ट्वीटर और यूट्यूब के ऊपर फ्लिपकार्ट को काफी ज्यादा क्रिटिसाइज किया जा था कि इन्होंने ऑर्डर क्यों कैंसिल किए और अब जाकर फ्लिपकार्ट ने इसका जवाब दिया कि सेलर ने ऑर्डर कैंसिल किए है ।दरअसल आईफोन 13 के लिए लोगों ने बैंक ऑफर लगाकर किसी भी तरह से ऑर्डर क्रैक कर लिया था लेकिन सेलर को लगा कि यह बिग बिलियन डे नहीं बल्कि बिग बेवकूफ डे है क्योंकि उसे लगा इनको इतना अच्छा खासा डिस्काउंट कैसे मिल सकता है नहीं मिलना चाहिए इसीलिए आईफोन 13 के सभी ऑर्डर कैंसिल कर दिए गए ।
5.इंडियन गवर्नमेंट ने किया एक बड़ा अनाउंसमेंट : अब सभी स्मार्टफोन का IMEI रजिस्ट्रेशन जरूरी है

दोस्तों आने वाला वक्त उन सभी लोगों के किए मुश्किल होने वाला है जो आईफोन की लॉन्चिंग होते हैं दुबई , सिंगापुर , थाईलैंड की तरफ यह कहकर भाग जाते है कि घूम भी लेंगे और इसी के साथ-साथ आईफोन भी लेकर आ जाएंगे । इंडिया के अंदर जितने भी मैन्युफैक्चरर्स मोबाइल फोन बनाते है या फिर बाहर से इंपोर्ट करवाते हैं उनको साफ-साफ कहा गया है कि Indian Counterfeited Device Restriction Portal पर आप अपना IMEI नंबर ( International Mobile Equipment Identity ) रजिस्टर करवाओ ताकि उन्हें भी पता चले कि इंडिया के अंदर कितने डिवाइसेस चल रहे हैं। यह रूल इसीलिए बनाया गया है क्योंकि भारत में नकली फोन और स्मार्टफोन की चोरी को लेकर कई केस आते है इसे रोकने के लिए यह रूल बनाया गया हैं।दोस्तों आपको चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है क्योंकि यह रूल उन लोगों के लिए है जो आईफोन को इंपोर्ट करवाते हैं।
6. इंडियन गवर्नमेंट ने करीबन 63 पोर्न वेबसाइट्स को बैन किया

दोस्तों इंडियन गवर्नमेंट ने करीबन 63 पोर्न वेबसाइट्स को बैन करने का ऑर्डर दिया है। दरअसल डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकम्युनिकेशन ( Department of Telecommunications ) ने सभी इन्टरनेट सर्विस प्रोवाइडर्स एक लिस्ट दी है जिसमें करीबन 63 पोर्न वेबसाइट्स है और यह ऑर्डर दिया गया है कि इन सभी वेबसाइट्स को पूरी तरह से डिलीट कर दे ताकि कोई भी यूजर इन वेबसाइट को यूज ना कर सकें ।
7. अगर कोई जेल का रीयल एक्सपीरियंस लेना चाहता है तो उत्तराखंड जा सकता है जहां एक रात रुकने के 500 रुपए चार्ज किए जाते हैं

दोस्तों अगर कोई जेल का रीयल एक्सपीरियंस लेना चाहता है तो उत्तराखंड जा सकता है ।हाल ही में उत्तराखंड गवर्नमेंट ने टूरिस्ट को एक ऑफर दिया है जिसमें कहा गया है कि अगर कोई जेल का रीयल एक्सपीरियंस लेना चाहता है तो 500 रुपए में यह अनुभव ले सकता है । दरअसल उत्तराखंड के हल्द्वानी में एक जेल है जिसका रीयल एक्सपीरियंस करवाया जा रहा है जहां एक रात के 500 रुपए लिए जाते है । पहले यह एक जेल हुआ करता था लेकिन अब इसे रिकंस्ट्रक्ट करके टूरिज्म वाला जेल बना दिया गया है जिसके अंदर कोई भी टूरिस्ट एक रात के लिए रह सकता है । वहां पर उन्हें कैदी वाली यूनिफॉर्म दी जाएगी , खाना भी दिया जाएगा और वह फुल इंजॉय कर पाएंगे लेकिन हालात कैदियों वाले ही होंगे। उन्हें कुछ देर बाहर घूमने का मौका भी मिलेगा लेकिन उसके बाद लॉकअप में भी डाल दिया जाएगा । इस तरह से लोग जेल का रीयल एक्सपीरियंस भी सकते कि वहां कैदियों के साथ कैसा व्यवहार होता है और वहां के हालत कैसे होते है ।
8. क्यों मार्क जुकरबर्ग दुनिया के टॉप 10 बिलियनर की लिस्ट से बाहर हो गए ?

दोस्तों मार्क जुकरबर्ग अब दुनिया के टॉप 10 बिलियनर की लिस्ट से बाहर हो चुके है इसीलिए अब उन्होंने मेटा की हायरिंग को भी रोक दिया है ।अब वह अपनी टीम को दुबारा से तैयार करेंगे और टीम से ऐसे एम्प्लॉय को निकाल दिया जायेगा जो अपने टारगेट को अचीव नहीं कर पा रहे है । अब पूरी टीम मेंबर को अच्छे से एनालाइज किया जाएगा कि कहां पर क्या गलती हो रही है । इसी के साथ-साथ अब वह अपने एक्सपेंस को भी कम कर रहे है । दरअसल यहां पर कुछ इकोनॉमी स्टेबलाइजेशन का भी मामला सामने आ रहा है जिसको स्टेबल करने के लिए मेटा को एनालाइज करके दुबारा से रिकंस्ट्रक्ट ( Reconstruct ) किया जाएगा ।